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पुरानी पुस्तकों से ही नए सत्र में पढ़ेंगे प्रारंभिक स्कूलों के बच्चे

जिले के प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ने वाले करीब साढ़े पांच लाख बच्चों को नए सत्र में भी समय पर पुस्तकमिलना संभव नहीं हो पाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Mar 2018 03:34 PM (IST)Updated: Sat, 17 Mar 2018 03:34 PM (IST)
पुरानी पुस्तकों से ही नए सत्र में पढ़ेंगे प्रारंभिक स्कूलों के बच्चे
पुरानी पुस्तकों से ही नए सत्र में पढ़ेंगे प्रारंभिक स्कूलों के बच्चे

भागलपुर। जिले के प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ने वाले करीब साढ़े पांच लाख बच्चों को नए सत्र में भी समय पर पुस्तकमिलना संभव नहीं हो पाएगा। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्वशिक्षा अभियान को पत्र प्रेषित कर राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों के वर्ग तीन से आठवीं तक में अध्ययनरत बच्चों से शैक्षिक सत्र 2017-18 में उपलब्ध कराई गई निश्शुल्क पाठ्य पुस्तक वार्षिक मूल्यांकन की अवधि में जमा लेने का निर्देश दे रखा है। ताकि नए सत्र 2018-19 में उक्त पुरानी पुस्तकों को बच्चों के बीच वितरित किया जा सके।

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बता दे कि जिले के प्रारंभिक स्कूलों में करीब साढ़े पांच लाख बच्चे नामांकित हैं। विगत वर्ष भी समय पर सभी बच्चों को पुस्तक उपलब्ध नहीं कराई जा सकी थी।

जिन्हें उपलब्ध कराई गई थी उनसे पुन वापस लिया जाना विभाग के लिए मुसीबत बनी हुई है। बच्चों ने उक्त पुस्तकों को जीर्ण-शीर्ण अवस्था में ला दिया है। विगत वर्ष कई स्कूलों में शिक्षकों को जमा ली गई पुस्तकों की मरम्मत भी करानी पड़ी थी।

सबौर कन्या मध्य विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र के संकुल समन्वयक ने बताया कि सभी संबद्ध स्कूलों को पुस्तक वापस लिए जाने का निर्देश दिया गया है। अब तक करीब 30 से 40 फीसद ही पुस्तकें वापस हो पाई है।


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