सुल्तानगंज में मरीज के परिजनों का हंगामा, नर्स और कर्मियों को पीटा; तोड़फोड़ के बीच कई ने भागकर बचाई जान
सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल में मंगलवार को एक प्रसूता के परिजनों ने खूब बवाल काटा। इलाज में लापरवाही का आरोप लगातर मारपीट और तोड़फोड़ की। इसमें तीन नर्स जख्मी हो गई। स्वास्थ्यकर्मियों ने कमरे में खुद को बंद कर जान बचाई।
सुल्तानगंज (भागलपुर), संवाद सूत्र। सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल में मंगलवार देर शाम प्रसूता के इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में मरीज के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा बवाल काटा। आक्रोशित लोगों ने अस्पताल की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। ड्यूटी पर तैनात नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा हंगामा और तोड़फोड़ रोकने पर लोगों ने उनकी भी पिटाई कर दी। अस्पताल के कर्मियों और नर्स ने कमरे में बंद होकर अपनी जान बचाई। कई कर्मी तो अस्पताल छोड़कर भाग गए।
घटना की सूचना मिलते ही सुल्तानगंज पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचते ही आक्रोशित लोग प्रसूता को लेकर निजी अस्पताल चले गये। घटना के दौरान नर्स अनीता सिन्हा, बबीता कुमारी और अनीता देवी मारपीट में जख्मी हुई हैं। अस्पताल प्रभारी डॉ कुंदन भाई पटेल को भी घटना की जानकारी दी गई।
अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, सुल्तानगंज बालू घाट रोड से एक प्रसूता को डिलीवरी के लिए मंगलवार सुबह सात बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नर्स ने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद प्रसूता का अच्छे से इलाज किया गया। दोपहर बाद अस्पताल में ऑपरेशन का काम चल रहा था। महिला को डिलीवरी होने में समय था। इसी बीच देर शाम उनके परिजन अस्पताल कर्मी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाने लगे।
परिजनों ने बाहर से लोगों को बुलाया
प्रसूता को जब समझाने-बुझाने का प्रयास किया गया तो उनके परिजनों ने काफी संख्या में अपने लोगों को अस्पताल में बुला लिया। उसके बाद मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर, नर्स और कर्मियों के साथ मारपीट की। अस्पताल में तोड़फोड़ करने लगे। अल्ट्रासाउंड कक्ष का शीशा तोड़ दिया। शीशा तोड़ने के दौरान एक जख्मी हो गया, तो परिजन और आक्रोशित हो उठे और भद्दी-भद्दी गालियां देने लगे।
नर्स ने सुरक्षा में तैनात गार्ड पर भी आरोप लगाया और कहा कि जब आक्रोशित लोग तोड़फोड़ और मारपीट कर रहे थे, तो उन्होंने कोई पहल नहीं की। गार्ड ने न तो आक्रोशित लोगों को रोकने की कोशिश की और न ही कर्मियों को बचाने का प्रयास किया। वह मूकदर्शक बने रहे।
जल्दी डिलीवरी की मांग कर रहे थे स्वजन
मामले को लेकर अस्पताल प्रभारी ने कहा कि प्रसूता को मंगलवार को भर्ती कराया गया था। मरीज के परिजनों ने इलाज में लापरवाही और जल्दी डिलीवरी करने की मांग को लेकर अस्पताल के कर्मियों के साथ मारपीट की।अस्पताल में तोड़फोड़ किया। मारपीट करने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की गई है।