अब बुजुर्गों की देखभाल करेगी पुलिस, पुत्र बनकर करेगी सेवा Munger News
डीआइजी ने सभी जिला के थानाध्यक्षों को अपने अपने थाना क्षेत्र में अकेले रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
मुंगेर [जेएनएन]। वो सूनी सी आंखें ... खोज रही थीं ... उस प्यार को कहीं
जो कभी बचपन में ... दिया था उन्होंने... अपने जिगर के टुकड़े को
वो सूनी सी आखें खोज रही थी, उन शब्दों को कहीं,
जो सिखाए थे बचपन में, उन्होंने अपने होठों से कभी।
सामने खड़ा उनका, वो बेटा ही था
जो उन्हें अकेले छोड़ आया था।
बदलते दौर में यह कविता समाज पर पूरी तरह से चरितार्थ हो रही है। अपने बच्चों की बेहतर परवरिश करने वाले बुजुर्ग अभिभावक अकेले रह जा रहे हैं। पढ़ लिख कर युवा नौकरी के लिए परदेश चले जा रहे हैं। वहीं, घर में मां बाप अकेले रह जा रहे हैं। अकेले रहने वाले बुजुर्ग अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट हो रहे हैं। अपराधी अकेले रहने वाले बुजुर्ग के घरों में अक्सर डकैती और लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं। वहीं, विरोध करने के दौरान मारपीट और हत्या तक की घटना को अंजाम देते हैं। इसके साथ ही बुजुर्ग नागरिक खुद को हमेशा उपेक्षित और असुरक्षित महसूस करते हैं। लेकिन, अब मुंगेर पुलिस ऐसे बुजुर्गों की देखभाल करेगी।
डीआइजी मनु महाराज ने मुंगेर रेंज के सभी जिलों के एसपी को पत्र लिख कर बुजुर्ग नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डीआइजी ने सभी जिला के थानाध्यक्षों को अपने अपने थाना क्षेत्र में अकेले रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद गश्ती पर निकलने वाली पुलिस टीम ऐसे बुजुर्गों के घर जा कर उनसे हालचाल जानेगी। पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे बुजुर्ग नागरिकों से बेहतर व्यवहार करें। ताकि, उनमें यह भाव जगे कि वे अकेले नहीं हैं। इस दौरान अगर कोई बुजुर्ग अस्वस्थ्य दिखे, तो उन्हें नजदीकी अस्पताल तक भी पहुंचाएं।
मनु महाराज (डीआइजी, मुंगेर) ने कहा कि अकेले रहने वाले बुजुर्ग अपराधियों के साफ्ट टारगेट होते हैं। इसलिए सभी थानाध्यक्ष अपने अपने थाना क्षेत्र में अकेले रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों की सतत निगरानी करेंगे। इससे बुजुर्गों में सामाजिक सुरक्षा का भाव जागृत होगा।