Coronavirus : अब सीधे JLNMCH में भर्ती नहीं होंगे कोरोन मरीज, संक्रमण के लक्षण नहीं हैं तो घर में रहें
अब कोरोना मरीज जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में सीधे भर्ती नहीं होंगे। कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों को पहले अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती होना होगा।
भागलपुर, जेएनएन। मायागंज अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ. कुमार गौरव ने कहा कि अस्पताल में कोरोना मरीजों को भर्ती करने के पहले उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि भागलपुर अथवा अन्य जिलों से आए कोरोना पॉजिटिव मरीज में अगर कोरोना के लक्षण नहीं हैं तो ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा। उन्हें होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
अगर मरीज को सांस लेने में परेशानी है, हल्का बुखार, खरास और कमजोरी है तो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा। कोरोना मरीज की स्थिति गंभीर रहने पर उन्हें आइसीयू में भर्ती किया जाएगा। आइसीयू में स्थिति में सुधार होने पर मेडिसीन विभाग में रेफर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जबरन मरीज आइसीयू में रहना चाहते हैं। प्रभारी अधीक्षक और नोडल पदाधिकारी डॉ. हेम शंकर शर्मा ने कोरोना मरीजों से बात भी की।
अब सीधे मायागंज अस्पताल में नहीं भर्ती होंगे कोरोन मरीज
अब कोरोना मरीज जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में सीधे भर्ती नहीं होंगे। कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों को पहले अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती होना होगा। स्थिति बिगडऩे के बाद ही उन्हें मायागंज अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। अनुमंडलीय अस्पताल को कोविड केयर अस्पताल के रूप में तब्दील कर दिया गया है। यह निर्देश शनिवार को सूबे के मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिया है।
उन्होंने कहा कि गंभीर मरीज को ही मायागंज अस्पताल में भर्ती किया जाए, सिर्फ कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीज को मायागंज अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाए। मुख्य सचिव ने निजी अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए व्यवस्था कराने का भी निर्देश दिया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में डीआइजी, प्रभारी डीएम अरुण कुमार सिंह सिविल सर्जन आदि ने हिस्सा लिया।