तन्नू चंद्रा को पसंद नहीं, विकास कार्यो में खलल
मालदा रेल मंडल में पहली बार महिला को रेल मंडल प्रबंधक (डीआरएम) की जिम्मेदारी दी गई है। इस जिम्मेदारी को डीआरएम तन्नू चंद्रा बखूबी निभा रही हैं। मालदा मंडल का क्षेत्र पश्चिम बंगाल बिहार और झारंखड में फैला है।
भागलपुर। मालदा रेल मंडल में पहली बार महिला को रेल मंडल प्रबंधक (डीआरएम) की जिम्मेदारी दी गई है। इस जिम्मेदारी को डीआरएम तन्नू चंद्रा बखूबी निभा रही हैं। मालदा मंडल का क्षेत्र पश्चिम बंगाल, बिहार और झारंखड में फैला है।
स्टेशन का विकास, बेहतर यात्री सुविधाएं, साफ-सफाई तन्नू चंद्रा के प्राथमिक सूची में शामिल है। यात्रियों की सुविधा के लिए हर स्टेशन प्रबंधक व अधिकारियों से वह सीधी बात करती हैं। वह विकास कार्यो में किसी तरह की लापरवाही बरतने और खलल डालने वालों को पंसद नहीं करती है। छोटे से बड़े स्टेशनों पर विशेष ध्यान
फरवरी 2017 में पदभार ग्रहण करने के बाद तन्नू चंद्रा ने दो महीने तक मंडल के सभी स्टेशनों का लगातार निरीक्षण किया। स्टेशनों पर यात्री सुविधा की कमी आदि की सूची तैयार की। इसका असर भी दिखा। भागलपुर जंक्शन को 2019 की सर्वे सूची में बेहतर रैंक आया। महिला सशक्तीकरण पर फोकस
तन्नू चंद्र ने भागलपुर सहित कई स्टेशनों पर महिला अधिकारियों को अहम जिम्मेवारी सौंपी। भागलपुर स्टेशन पर चार महिला स्टेशन मास्टर ट्रेन परिचालन का कार्य बखूबी संभाल रही हैं। महानगरों की तरह स्टेशन को संवारने में जुटीं
ए वन और ए ग्रेड स्टेशनों को महानगरों की स्टेशन की तरह विकसित करने की योजना पर डीआरएम काम कर रही हैं। इसके लिए भागलपुर, जमालपुर, मालदा और फरक्का स्टेशनों लुक बदलने की योजना है। भागलपुर जंक्शन के डेवलपमेंट का काम शुरू भी हो गया है।