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मिल जाती नाव तो अक्कल की बच जाती जान

नाथनगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नाव की कमी ने दिलदारपुर बिंदटोला के बुजुर्ग अक्कल महतो की जान चली गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 02:25 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 02:25 PM (IST)
मिल जाती नाव तो अक्कल की बच जाती जान
मिल जाती नाव तो अक्कल की बच जाती जान

भागलपुर। नाथनगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नाव की कमी ने दिलदारपुर बिंदटोला के बुजुर्ग अक्कल महतो की जान चली गई है। अगर समय पर नाव मिल जाती तो जान बच जाती। दहाड़ मारकर रोती बिलखती अक्कल की पत्‍‌नी लख्खी की जुबान से बार-बार यही बात निकल रही थी। लख्खी ने बताया कि बिंद टोला के ऊंचे स्थान पर किसी तरह शरण लिए थे। बुधवार को अचानक पति पेट में दर्द की शिकायत हुई। आनन-फानन में शहर के अस्पताल लाने के लिए नाव की सुविधा तक नहीं मिली। इस दौरान अक्कल दर्द से तड़पता रहा। दो घंटे बाद ग्रामीणों ने जुगाड़ कर छोटी नाव की व्यवस्था तो कर दी। अस्पताल ले जाने के क्रम में ही अक्कल महतो की मौत हो गई।

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