लॉकडाउन में वारंटियों की मौज
लॉकडाउन कई लोगों के लिए मौज भी लेकर आया है। कई मामलों में आरोपितों पर गिरफ्तारी वारंट जारी है लेकिन वे कोर्ट एसएसपी कार्यालय थानों व पुलिस चौकी में पेंडिंग पड़े हुए हैं।
भागलपुर। लॉकडाउन कई लोगों के लिए मौज भी लेकर आया है। कई मामलों में आरोपितों पर गिरफ्तारी वारंट जारी है, लेकिन वे कोर्ट, एसएसपी कार्यालय, थानों व पुलिस चौकी में पेंडिंग पड़े हुए हैं। कोर्ट बंद हो जाने के कारण वहां से वारंट को पुलिस प्राप्त नहीं कर पा रही है। वहीं, जिला वारंट शाखा के प्रभारी लॉकडाउन के पहले ही छुट्टी में चले गए थे। वे अपने गृह जिला में फंस गए हैं। इस कारण कार्यालय में वारंट का काम लंबित चल रहा है। ऐसे में जिनका भी वारंट जारी हुआ है। पुलिस उनकी धरपकड़ के लिए फिलहाल अभियान नहीं चला रही है। लॉकडाउन का पालन कराने में ही छूट रहे पसीने
पुलिस को सुबह से लेकर रात तक लॉकडाउन का पालन कराने में पसीने छूट रहे हैं। दिन भर सड़कों पर गश्ती करने के बाद रात को सूनी सड़कों पर सुरक्षा का जिम्मा होता है। रात को मुख्य बाजार समेत सभी इलाकों की दुकानों में ताला लटका रहता है। ऐसे में वहां चोरों की सेंधमारी ना हो जाए, इसके लिए उन्हें रात भर पहरेदारी करनी होती है। एटीएम और बैंकों की सुरक्षा के लिए वे हर घंटे उसे चेक करते हैं, ताकि किसी तरह की घटना ना हो जाए। जिलों में एक हजार से ज्यादा वारंट हैं लंबित
एसएसपी कार्यालय से लेकर जिलों के थानों व पुलिस चौकी में एक हजार से ज्यादा वारंट लंबित पड़े हुए हैं। इसमें फरार अपराधियों, बेल टूटने, गवाहों समेत अन्य तरह के वारंट शामिल हैं। विशेष अभियान नहीं चलाए जाने के कारण पुलिस अभी इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है। कोट :
वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार अभियान चलाए जाते रहते हैं। सभी थानेदारों को निर्देश है कि वे अपने अपने इलाकों में वारंटियों की धरपकड़ करे, ताकि पुलिसिंग पर इसका किसी तरह का प्रभाव नहीं दिखे।
- आशीष भारती, एसएसपी भागलपुर