Negligence of Bhagalpur Electricity Department: हाईटेंशन तार टूटने के बाद भी सात घंटे तक चालू रहा बिजली फीडर, जानिए वजह
Negligence of Bhagalpur Electricity Department भागलपुर में शुक्रवार की रात एक बजे ही झुरखुरिया के पास 11 हजार वोल्ट का तार टूटकर गिरा था। इसके बाद सात घंटे बाद शनिवार की सुबह साढ़े आठ बजे सूचना मिलने पर बंद फीडर किया गया।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। हाईटेंशन तार टूटने के बाद भी जीरोमाइल फीडर चालू रहा, लेकिन बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया। वहीं 11 हजार वोल्ट के तार के टूटने से इस फीडर से जुड़े कई इलाकों की बिजली आपूर्ति 22 घंटे ठप रही। पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। शुक्रवार की रात एक बजे झुरखुरिया बहियार के पास 11 हजार वोल्ट का तार टूटकर गिरने के कारण जीरोमाइल फीडर ट्रिप कर गया।
15 मिनट बाद सवा एक बजे फीडर को चालू किया गया। लेकिन दोबारा ट्रिप नहीं किया। फीडर चालू रहा। सात घंटे बाद शनिवार की सुबह साढ़े आठ बजे विद्युत कर्मी को सूचना मिलने पर फीडर को बंद कर दिया गया। इस दौरान बड़ा हादसा हो सकता था। उस रास्ते से गुजरने वाले लोग करंट की चपेट में आ सकते थे। इधर, सूचना पर सुबह नौ बजे लाइनमैन के साथ अधिकारी तार को ठीक करने झुरखुरिया पहुंचे, लेकिन उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। जिन लोगों के घर से सटकर हाईटेंशन तार खिंचे गए थे वे लोग यह कहकर जोड़ने से मना कर दिया कि उनके घरों से हटाकर तार खिंचा जाए। छह घंटे के हाईवोल्टेज ड्रामा के बाद दोपहर तीन बजे खोलकर तार जोड़ने का काम शुरू किया गया। दो घंटे मशक्कत के बाद तार को जोड़ने पर फीडर को चालू किया गया, लेकिन ट्रिपिंग की समस्या खड़ी होने के कारण फीडर को बंद कर दिया गया। पेट्रोलिंग के दौरान फाल्ट का पता चलने पर गड़बड़ी को ठीक कर 22 घंटे बाद फीडर को चालू कर आपूर्ति शुरू की गई। इस दौरान झुरखुरिया, बहादुरपुर, गोपालपुर, जीरोमाइल सहित कई इलाकों की आपूर्ति बाधित रही।
विद्युतकर्मी इस बात को लेकर हैरान हैं कि हाईटेंशन तार टूटने पर फीडर का ब्रेकडाउन नहीं हुआ। ट्रिप करने के पंद्रह मिनट बाद चालू करने पर फीडर दोबारा ट्रिप नहीं किया और रातभर फीडर चालू ही रहा। ऐसी स्थिति में बड़ी घटना भी घट सकती थी। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता (शहरी) संजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि कभी-कभी होता क्या है कि जिस तरफ से करंट प्रवाहित हो रहा है और उस ओर तार टूटने से फीडर चालू रह सकता है। लेकिन झुरखुरिया के पास जो तार टूटकर जमीन पर गिरा था उसमें करंट प्रवाहित नहीं हो रहा था। टूटकर लटक रहे तार में करंट प्रवाहित हो रहा था इसलिए हादसा की संभावना नहीं थी।
तार पर गिरा पेड़ का टहनी, मायागंज फीडर से जुड़े इलाकों में ढाई घंटे आपूर्ति बाधित तिलकामांझी और पुलिस लाइन के बीच शनिवार की सुबह सवा सात बजे पेड़ का बड़ा टहनी टूटकर हाईटेंशन तार पर गिनरे से मायागंज फीडर का ब्रेकडाउन हो गया। इसके कारण तिलकामांझी, लालबाग, नबावबाग, पुलिस लाइन सहित इस फीडर से जुड़े मोहल्ले की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। सूचना मिलने पर लाइनमैन मौके पर पहुचे और टहनी को काटकर तार से हटाने पर ढाई घंटे बाद 9:50 बजे फीडर को चालू कर संबंधित इलाकों में आपूर्ति शुरू की गई।
दो घंटे बिजली कट फिर भी जेल उपकेंद्र में पावर ट्रांसफार्मर लगाने का पूरा नहीं हो सका काम
जेल उपकेंद्र में शनिवार को दस एमवीए का नया पावर ट्रांसफार्मर लगाने के लिए इस उपकेंद्र से जुड़े इलाकों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। जीरोमाइल, ज्योति विहार कॉलोनी, तुलसीनगर, आनंदगढ़, जबारीपुर, डीवीसी कॉलोनी, संतनगर, कैम्प जेल, सेंट्रल जेल, गोपालपुर, विक्रमशिला कॉलोनी सहित वाटर सप्लाई, तिलकामांझी व जीरोमाइल फीडर से जुड़े तीन दर्जन इलाकों की दो घंटे से अधिक समय के लिए बिजली बंद करने के बाद भी पावर ट्रांसफार्मर लगाने का काम नहीं हो सका। इस दौरान एक जगह से दूसरे जगह उठाकर रखने का ही काम हो सका। एक सप्ताह पहले भी खराब पांच एमवीए के ट्रांसफार्मर को हटाने और नए दस एमवीए के ट्रांसफार्मर को लगाने के लिए छह घंटे फीडरों को बंद रखने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका था। कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि लगातार बारिश होने की वजह से पावर ट्रांसफार्मर लगाने का काम पूरा नहीं हो सका। अब मौसम साफ होने पर ट्रांसफार्मर लगाने का काम होगा।
38 घंटे बाद हटाया गया दुर्घटनाग्रस्त ट्रक, दो घंटे ठप रही कई इलाकों की बिजली
38 घंटे के बाद शनिवार को लोहिया पुल पर दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को हटाया गया। इसकी वजह से मोजाहिदपुर पावर हाउस के हॉस्पिटल और रेलवे फीडर से जुड़े मोहल्लों की बिजली आपूर्ति दो घंटे ठप रही। गुरुवार की रात लोहिया पुल पर दुर्घटनाग्रस्त होकर ट्रक मोजाहिदपुर पावर हाउस के एक सौ केवी ट्रांसफार्मर पर गिर गया था। इसकी वजह से ट्रांसफार्मर सहित हाईटेंशन तार टूटकर गिरने से पटलबाबू फीडर से जुड़े तीन दर्जन से अधिक इलाकों की बिजली तीन घंटे बाधित रही थी। वहीं विभाग को चार-पांच लाख के राजस्व का भी नुकसान हुआ है। इस संबंध में बिजली विभाग के अधिकारी के बयान पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।