जब समाज से नहीं मिला न्याय तो बन गई नक्सली, पूछताछ में बतायी ये कहानी
सीआरपीएफ एवं स्थानीय पुलिस ने नक्सली ग्रुप कमांडर लाटो उर्फ शांति सोरेन को गिरफ्तार किया है। उसका नाम बिहार एवं झारखंड के सक्रिय पचास नक्सलियों की सूची में तीसरे नंबर पर दर्ज है।
जमुई [जेएनएन]। बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र की हरखाड़ पंचायत के अंतर्गत महेंग्रो गांव से सीआरपीएफ एवं स्थानीय पुलिस ने नक्सली ग्रुप कमांडर लाटो उर्फ शांति सोरेन को गिरफ्तार किया है। वह महेंंग्रो गांव की निवासी है। उसके पास से पिट्ठू और नक्सली साहित्य भी बरामद किया गया है।
एसपी जे. रेड्डी ने शांति की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। पूछताछ में शांति ने नक्सली ग्रुप कमांडर होने की बात स्वीकार की है।
बताया जाता है कि बिहार एवं झारखंड के सक्रिय पचास नक्सलियों की सूची में तीसरे नंबर पर शांति का नाम दर्ज है। उसका छत्तीसगढ़ से भी कनेक्शन रहा है। इसके अलावा वह चकाई में भी सक्रिय रही है। पिछले दिनों नवादा जिले के गायघाट में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में भी शांति संगठन के साथियों के साथ शामिल रही थी।
शांति की गिरफ्तारी के बाद कई अहम सुराग पुलिस को मिल सकते हैं। शांति ने पुलिस को बताया कि प्रेम-प्रसंग में लड़के के परिवार के विरोध व समाज द्वारा न्याय नहीं करने के कारण वह नक्सली संगठन में शामिल हुई।