Naxal Attack in Jamui : किउल- झाझा- जसीडीह रेलखंड हमेशा से रहा है नक्सलियों का साफ्ट टारगेट, ये है बड़ी वजह
Naxal Attack in Jamui किउल-झाझा-जसीडीह रेलखंड हमेशा से नक्सलियों के टारगेट पर रहा है। इस पर कई बार अटैक हो चुका है। शनिवार की सुबह नक्सलियों की धमकी की वजह से दो घंटे तक इस रूट पर परिचालन बाधित रहा।
संवाद सहयोगी, जमुई। किउल- झाझा- जसीडीह रेलखंड लंबे समय से नक्सलियों का साफ्ट टारगेट रहा है। कई दफा इस रेलखंड पर नक्सली ट्रेन को निशाना बनाते हुए स्कार्ट पार्टी का आर्म्स एवं गोली लूटने जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। दिन का उजाला हो या रात का अंधेरा नक्सली पुलिस को चुनौती देकर घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं।
कब कब हुई घटना
- 14 मई 2005 को कटौना हाल्ट के पास स्कार्ट पार्टी पर हमला कर दो पुलिसकर्मी की हत्या कर आर्म्स लूट लिया।
- 25 अप्रैल 2006 को नारगंजो स्टेशन एवं केबिन को बम से उड़ाया।
- 14 अप्रैल 2008 को झाझा स्टेशन पर हमला कर छह पुकिसकर्मी की हत्या कर 44 हथियार एवं गोली लूट लिया।
- 1 जून 2008 को जामुनियाटांड़ जोर के पास आप एवं डाउन ट्रैक को उड़ा रेल परिचालन को बाधित कर दिया।
- 20 जून 2008 को चार घंटे तक रेल परिचालन ठप करा दिया।
- 12 जुलाई 2008 को रेलवे ट्रैक उड़ाकर दस घंटे तक रेल परिचालन बाधित कर दिया।
- 13 अक्टूबर 2009 को नारगंजो एवं घोरपारण के बीच रेल ट्रैक उड़ाकर पांच घंटे तक रेल परिचालन बाधित कर दिया।
- 6 फरवरी 2010 को रजला हाल्ट के पास अप एवं डाउन ट्रैक को उड़ाया
- 13 जून 2013 को कुंदर हाल्ट के पास धनबाद -पटना इंटरसिटी ट्रैन में हमला कर एक दारोगा की हत्या करने के साथ आर्म्स लूट लिया।
दो घंटे तक परिचालन रहा बाधित
नक्सलियों की धमकी के बाद दिल्ली हावड़ा मेन लाइन पर करीब दो घंटे तक परिचालन पूरी तरह बाधित रहा। सुबह साढ़े पांच बजे के बाद ही ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका। इससे पहले रेलवे पुलिस ने ट्रैक की जांच की। इस दौरान हड़कंप मचा रहा। वरीय अधिकारी पल पल की रिपोर्ट लेते दिखे। परिचालन शुरू होने के बाद सब ने राहत की सांस ली। साथ ही रेलवे पुलिस अब भी अलर्ट मोड पर है।