इंदौर की तर्ज पर होगा कूड़े का निस्तारण
भागलपुर। देश की स्वच्छता रैंकिंग में सूबे के सभी शहर पिछड़ रहे हैं। वर्ष 2020 की रैंकिं
भागलपुर। देश की स्वच्छता रैंकिंग में सूबे के सभी शहर पिछड़ रहे हैं। वर्ष 2020 की रैंकिंग में सुधार को लेकर अब इंदौर शहर की तर्ज पर कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। नगर विकास विभाग ने इसे चुनौती के रूप में लिया है। इसको लेकर विभाग ने पटना नगर निगम की एक टीम को भेजकर इंदौर व सूरत में सफाई कार्यो का अध्ययन कराया है। बुधवार को नगर विकास विभाग के सचिव आनंद किशोर की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में टीम के सदस्यों ने इंदौर शहर के कार्यो की विस्तृत चर्चा की। इसमें भागलपुर, पटना, मुजफ्फरपुर के मेयर और नगर आयुक्त जुड़े थे।
इस अवसर पर सचिव आनंद किशोर ने कहा कि स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर देश का पहला शहर है। कूड़ा निस्तारण और कूड़ा संग्रह कार्य में उपकरणों की कमी का नगर आयुक्त आकलन करेंगे। संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। कूड़े के प्रोसेसिंग व उठाव के लिए संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए आर्थिक सहयोग भी दिया जाएगा। सफाई में बेहतर कार्य करने वाले नगर निगम को विभाग पुरस्कृत करेगा।
रसोई के कचरे से बनाएं जैविक खाद
निगम को रीड्यूस, रीसाइकिल और रीयूज पर कार्य करना होगा। यह शहरवासियों के सहयोग के बिना संभव नहीं है। जन सहयोग से शहर स्वच्छ व सुंदर बनेगा। घरों की रसोई से कम से कम कचरा निकले, इसके लिए साग-सब्जी व खाद्य सामग्री का जरुरत के अनुरूप उपयोग करना होगा। इससे खाद्य सामग्री बर्बाद भी नहीं होगी। रसोई के कचरे से घरों में ही जैविक खाद तैयार होगी। इसका इस्तेमाल गार्डेन व बाग-बगीचों में किया जा सकता है। अपार्टमेंट, स्कूल, कॉलेज आदि स्थानों पर जैविक खाद तैयार करने की तकनीक निगम उपलब्ध कराएगा। होटल संचालकों को खुद जैविक खाद के लिए प्लांट लगाना होगा।
चेन्नई शहर की व्यवस्था से कराया रूबरू
नगर आयुक्त जे. प्रियदर्शनी ने आठ दिनों तक चेन्नई शहर में कूड़ा निस्तारण कार्य का अध्ययन किया था। उन्होंने चेन्नई में कूड़े से जैविक खाद तैयार करने की विधि पर विस्तार से चर्चा की। भागलपुर में भी वार्ड एक से 10 के लिए जैविक खाद पिट का निर्माण कराया जा रहा है। इस अवसर पर मेयर सीमा साहा को बोलने का मौका नहीं मिला है, लेकिन 28 सितंबर को मेयर से भी सुझाव लिया जाएगा। मौके पर सिटी मैनेजर रवीश वर्मा भी मौजूद थे।