Ukraine Russia War Effect : बिहार के इस जिले में सरसों तेल के दाम बढ़े, शेयर बाजार पर भी पड़ा प्रभाव
Ukraine Russia War Effect रूस-यूक्रेन युद्ध से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो सकती है बढ़ोतरी। सरसों तेल की कीमत भी छू रहा आसमान। तेल की कीमत बढऩे से खाद्य सामग्री की कीमत बढऩे की संभावना। कहा जा रहा है पेट्रो पदार्थ के दाम भी बढ़ेंगे।
संवाद सूत्र, बांका। Ukraine Russia War Effect : रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध से आने वाले दिनों में महंगाई और बढ़ सकती है। इसमें सबसे अधिक असर डीजल-पेट्रोल के साथ रसोई गैस की कीमत पर पड़ सकती है। तेल की कीमत बढऩे से खाद्य सामग्री की कीमत में भी बढ़ोतरी हो सकती है। जिले में महंगाई बढऩे से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
देश में माल ढुलाई में सबसे अधिक प्रयोग वाहनों का किया जाता है। ऐसे में रूस-यूक्रेन युद्ध से तेल की कीमत में बढ़ोतरी होने की संभावना है। तेल की कीमत बढऩे से इसका असर बाजार पर पड़ेगा। ढुलाई खर्च में बढ़ोतरी होने से सभी खाद्य सामग्री की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
बाजार में खाद्य सामग्री की कीमत
- सामग्री कीमत प्रति किलो रुपये में
- चना दाल - 68 रुपये प्रति किलो
- मसूर दाल - 88 रुपये प्रति किलो
- मूंग दाल - 95 रुपये प्रति किलो
- अरहर दाल - 95 रुपये प्रति किलो
- सरसों तेल - 176-177 रुपये प्रति लीटर
- रिफाइन तेल - 150 रुपये प्रति लीटर
- चावल मिनीकट - 40 रुपये प्रति किलो
- चावल शंकर भोग - 27 रुपये प्रति किलो
- आटा - 28 से 32 रुपये प्रति किलो
- मैदा - 40 रुपये प्रति किलो
जिले के गल्ला व्यवसायी राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पिछले दो महिनों से खाद्य सामग्री की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है। रिफाईन की कीमतों में लगातार उतार चढ़ाव हो रहा है। कुमोद कुमार सिंह, रितेश कुमार सहित अन्य व्यवसायियों ने बताया कि यहां ज्यादा तर सामानों की ढुलाई वाहनों से की जाती है। ऐसे में तेल की कीमत बढऩे से खाद्य सामग्री की कीमत भी बढ़ सकती है।
पहले से बढ़ रही महंगाई के कारण लोगों को हो रही परेशानी
लोगों का कहना है कि एक से पहले से महंगाई है। उपर से यूक्रेन में हमले के कारण और भी संकट गहरा गया है। शेयर बाजार भी प्रभावित हुआ है।