झारखंड में हत्या-शव मिल रहा बिहार में, बांका से एक और लाश बरामद
झारखंड के अधेड़ का बांका के जयपुर में से शव बरामद हुआ है। ऐसा पहली बार नहीं है कि झारखंड में हत्या के बाद शव बिहार से मिला हो इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं।
संवाद सूत्र, जयपुर (बांका) : थाना से महज 500 मीटर दूर मुख्य सड़क किनारे शनिवार सुबह सड़क किनारे एक अधेड़ का शव मिला। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष मुरलीधर साह घटनास्थल पर पहुंचकर शव की शिनाख्त झारखंड राज्य के देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के लहनिया गांव निवासी टीकू राय (50) के रूप में की। शव देखने से मालूम पड़ रहा था कि उसे पानी में डुबोकर हत्या की गई है। पुलिस ने घटनास्थल के बीच सड़क पार पूरब तरफ एक सरकारी तालाब के मेढ़ पर मृतक का कपड़ा, एक कुल्हाड़ी, जाल बनाने में प्रयोग किए जाने वाले धागे एवं चुनौटी और चप्पल बरामद किया है। चर्चा है कि मछली मारने के विवाद में टीकू की हत्या की गई है। वैसे, पुलिस ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।
इस मामले में मृतक की पत्नी सकंती देवी ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है। बताया उसका इकलौता पुत्र मुंबई में मजदूरी करता है। पति गांव में माल मवेशी चराने का काम करता था। दो बेटी की शादी हो चुकी है। उनके घर पर नारायणपुर गांव के बलराम कापरी अक्सर आया जाया करता था। और उसे शराब भी पिलाता था। शुक्रवार को उसका पति बलराम के साथ जाने लगा तो कहीं भी जाने से मना करते हुए घर पर ही शराब ला देने की बात कही थी। पर उसके पति बलराम कापरी के साथ और रातभर वापस नहीं आया। और शनिवार सुबह जयपुर क्षेत्र में लाश मिली।
हत्या झारखंड में शव मिल रहा बिहार में
झारखंड में हुई हत्या कर शव छुपाने के लिए बांका सीमावर्ती थाना क्षेत्र अपराधियों के लिए मुफीद जगह बन गयी है। इस मामले में भी संदेह जताया जा रहा है की हत्या झारखंड मोहनपुर थाना क्षेत्र में हुई है। और पुलिस को चकमा देने के लिए अपराधियों ने शव सड़क किनारे रखकर नारायणपुर गांव के पास तालाब पर उनका कपड़ा रख दिया है। पिछले दो वर्ष के अंतराल में अपराधियों द्वारा झारखंड में हत्या के मामले में अपराध छुपाने के लिए बांका जिला के सीमावर्ती थाना क्षेत्र में शव फेंके जाने का आधा दर्जन मामला सामने आ चुका है।
पहला मामला: चार माह पूर्व ही छह जून को मोहनपुर थाना क्षेत्र के बानो सोरेन की हत्या को पारिवारिक कलह का नाम देने के लिए झारखंड में हत्या कर शव को भोरसार पंचायत अंतर्गत हजारी गांव में एक पेड़ से लटका दिया गया। जिसके अनुसंधान में जयपुर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
दूसरा मामला: 26 नवंबर 2020 को रिसिया थाना एक पारा शिक्षक बाबूराम की हत्या कर तीन सिमानी के पास फेंक दिया गया। चरवाहा द्वारा सूचना दिए जाने पर एसडीपीओ प्रेमचंद सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर जयपुर पुलिस को शव सुपुर्द कर अनुसंधान का निर्देश दिया था।
तीसरा मामला : जयपुर निवासी गोल्डन नंदी जो सरैया थाना क्षेत्र के कोठिया मजदूरी करता था। प्रेम प्रसंग में उनकी हत्या कर कटोरिया थाना क्षेत्र के जंगल में फेंक दिया गया था।