बिहार, झारखंड और उड़ीसा को फतह करने वाले आठवें अमीर-ए-शरीयत की खुशामदीद करेगा मुंगेर
इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरीयत बने मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी की खुशामदीद के लिए मुंगेर और अररिया में तैयारी कर रहा है। मुंगेर में जीत का जश्न मनाया जाएगा। तो दूसरी तरफ अररिया में हर्ष का माहौल है। मुस्लिम संगठन लगातार बधाई दे रहे हैं।
संवाद सूत्र मुंगेर। बिहार, झारखंड व उड़ीसा के अमीर-ए-शरीयत बनने पर हजरत अहमद फैसल वली रहमानी का मुंगेर आगमन पर भव्य अभिनंदन किया जाएगा। इसकी तैयारी को लेकर रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता जफर अहमद के आवास पर बुद्धिजीवियों की विशेष बैठक मु. बरकत अली की अध्यक्षता में हुई। बरकत अली ने कहा कि इमारत-ए-शरिया बिहार झारखंड उड़ीसा के नवनियुक्त अमीर-ए-शरियत बनने के बाद मुंगेर आगमन पर भव्य अभिनंदन समारोह का आयोजन किया जाएगा। यह मुंगेर के लिए सौभाग्य की बात है।
राजा कर्ण मीर कासिम समिति के अध्यक्ष जफर अहमद ने कहा कि हजरत अहमद फैसल वली रहमानी को आठवें अमीर ए शरीयत बन्ना सभी के लिए गौरवान्वित की बात है। मुंगेर आने पर भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया जाएगा, इसमें बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। शकील अहमद तथा मौलाना नजीबुल्लाह रहमानी ने कहा कि ऐसे शख्स के हाथ में इमारत-ए-शरिया की जिम्मेदारी दी गई है जिसको निभाने में वह पूरी तरह सक्षम है। विशेष बैठक में मौलाना मु. मुबारक रहमानी, मु. असलम, वासिफ हुसैन, मु. शफीक आलम, मु. कायनात, मु. रज्जाक, अमजद अली सहित कई गणमान्य थे।
- -नए अमीर- ए-शरियत बनने पर मुबारकबाद देने वालों का लगा तांता
- -जल्द आएंगे मुंगेर, स्वागत की तैयारी में जुटे लोग शहरवासी
डा. मोनाजीर हसन ने दी मुबारकबाद
हजरत मौलाना अहमद फैसल वली रहमानी को पूर्व मंत्री डा. मुनाजिर हसन ने मुबारकबाद दी है। डा. हसन ने कहा उम्मीद है वे अपने वालिद हजरत वली रहमानी और दादा हजरत मिन्नतुल्लाह रहमानी साहब की विरासत को बखूबी संभालेगें और अवाम की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। अमीरे शरीअत बिहार, झारखण्ड व उड़ीसा का पद काफी बड़ा और जिम्मेदारी वाला है, इसलिए उनके कांधे पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
अररिया में हर्ष
संवाद सूत्र अररिया। जामिया रहमानी मुंगेर के सज्जादा नशी मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी इमारते शरिया बिहार ,झारखंड व उड़ीसा के अमीरे शरीयत निर्वाचित हुए।शानिवर को अंतिम समय तक इस प्रतिष्ठित पद के लिए सर्वसम्मति बनाने की तमाम कोशिशें जब विफल हो गई तो चुनाव का रास्ता अपनाना पड़ा। चुनाव में कुल चार लोगों ने अपना नाम पेश किया। उसके बाद फिर उसमें से दो लोगों ने अपना नाम वापस ले लिए ।बाद में दो लोग मौलाना अनिसुर रहमान और मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी के बीच इस पद के लिए चुनाव कराया गया। जिसमें इमारते शरिया के वोट देने वाले सदस्यों ने मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी पर अपना विश्वास जताते हुए इन्हें इस प्रतिष्ठित पद अमीरे शरीयत के लिए चुन लिया।