पश्चिम बंगाल में मिनी गन फैक्ट्री लगा रहे मुंगेर के कारीगर, अत्याधुनिक हथियार बनाने में हैं माहिर Bhagalpur News
कोलकाता के हावड़ा मोटियाबुर्ज में मुंगेर जेल से छूटे कुछ कारीगरों को वर्ष 2014 में ठिकाना दिया गया था। मुंगेर के कई शातिरों ने पुलिस से बचने के लिए कोलकाता को ठिकाना बना लिया।
भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। अत्याधुनिक हथियारों को एक बार देखकर उसी जैसा हथियार बनाने में माहिर मुंगेर के कारीगर बढ़ती पुलिसिया दबिश से पश्चिम बंगाल को अपना ठिकाना बना रहे हैं। जेल से छूटे ऐसे कारीगरों को सिल्क सिटी के कुछ शातिर अपराधियों ने पश्चिम बंगाल में ठिकाना दे रखा है। खुफिया विभाग ने जेल से जमानत पर छूटे कारीगरों की इस संलिप्तता संबंधी रिपोर्ट हाल में पुलिस मुख्यालय को दी है।
बताया जा रहा है कि कोलकाता के हावड़ा, मोटियाबुर्ज इलाके में मुंगेर जेल से छूटे बरधे गांव के कुछ कारीगरों को वर्ष 2014 में ठिकाना दिया गया था। भागलपुर और मुंगेर के कई शातिरों ने पुलिस से बचने के लिए कोलकाता को ठिकाना बना लिया। इनमें भागलपुर के तातारपुर, हुसैनपुर, हुसैनाबाद, मोगलपुरा, बरईचक, आशानंदपुर, बरहपुरा, भीखनपुर और मुंगेर के बरधे, सफिया सराय के अपराधी शामिल हैं। वहां इन बदमाशों का ठिकाना मोटियाबुर्ज, खिदिरपुर, बड़ा बाजार, सांतरागांछी, मुकुंदुपुर में ठिकाना बताया जा रहा है। उन्हें स्थानीय राजनीतिक दलों के नेताओं और क्लब संचालकों का संरक्षण प्राप्त है।
वहां ठिकाना बनाए ऐसे बदमाश धीरे-धीरे वहां प्रॉपर्टी डीलिंग, कांट्रेक्ट किलिंग, हथियार तस्करी के जरायम धंधे में लिप्त हो गए। पहले ये बदमाश मुंगेर और भागलपुर से हथियार ले जाते थे। अब वहां हथियारों की खपत को देखते हुए पश्चिम बंगाल के आधा दर्जन से अधिक जिलों में मिनी गन फैक्ट्री तैयार करने की बात सामने आई है। पिस्टल, कारबाइन, राइफल, बंदूक और तमंचे बनाकर उसे ग्रामीण क्षेत्रों में बेचे जाने की बात कही जा रही है।
हाल में कोलकाता पुलिस की सख्ती बाद हथियार बनाने के लिए कुछ राजनीतिक दलों के समर्थक स्थानीय बदमाशों के गिरोह के सहयोग से कूचबिहार, मिदनापुर, हुगली, मालदा, बंडेल, उत्तरी दिनाजपुर में क्षेत्र विस्तार किया है। भागलपुर की जेल में बंद बक्सर जिले के एक कुख्यात से सांतरागांछी में सक्रिय हथियार तस्कर देबू चौधरी गिरोह के तार जुड़े हैं। गिरफ्तारी पूर्व उक्त कुख्यात का ठिकाना कोलकाता के सांतरागाछी का इलाका ही था। जेल जाने के बाद उसके गिरोह की कमान देबू चौधरी के हाथ आ गई है।
हावड़ा के टिकियापाड़ा में पकड़े जा चुके हैं मुंगेर के कई कारीगर
हावड़ा के टिकियापाड़ा स्थित 74 चौरंगी लाल लेन में मुंगेर के तीन कारीगरों की गिरफ्तारी एसटीएफ की मदद से हो चुकी है। हावड़ा के जलियापाड़ा में भी मिनीगन फैक्ट्री का पर्दाफाश कर पुलिस ने 1500 रिवाल्वर बरामद कर चुकी है। मालदा जिले के कलियाचक और मोथाबारी में एक ग्रिल बनाने के कारखाने की आड़ में चलाई जा रही मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया। यहां भी मुंगेर के कारीगर की गिरफ्तारी हुई है। जो तब मुंगेर से हथियार ले गए थे। मालदा जिले के नलडूबी में पुलिस ने पूर्व में मुंगेर के दस हथियार तस्करों को भी गिरफ्तार कर चुकी है।