पुलिस गाड़ी की ठोकर से मोटरसाइकिल चालक की मौत
प्रदर्शनकारी मुआवजे व वरीय पदाधिकारियों को बुलाने की कर रहे थे मांग।
जमुई। जमुई जिले के सिमुलतला थाना क्षेत्र के टेलवा-विराजपुर मार्ग पर चौधरिया गांव में पुलिस गश्ती वाहन की ठोकर से एक मोटरसाइकिल चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान चौधरिया गांव के 28 वर्षीय मो. रफीक उर्फ राफो के रूप में हुई है। इसके विरोध में गुरुवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित लोगों ने मृतक के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। वे लोग डीएम व एसपी को घटनास्थल पर बुलाने तथा मृतक की बेवा को दस लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि पुलिस की गाड़ी देख रफीक अपनी मोटरसाइकिल से तेज गति से भागने लगा। संदेहवश पुलिस ने उसका पीछा किया तो इसी दौरान वह उसकी गाड़ी की चपेट में आ गया। उधर, सड़क जाम के कारण घंटों आवागमन बाधित रहा। घटना की सूचना मिलते ही अनुमंडलाधिकारी लखीन्द्र पासवान, एसडीपीओ भास्कर रंजन, अंचलाधिकारी अमित रंजन एवं सर्किल निरीक्षक पवन कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। सभी पदाधिकारियों व वहां मौजूद झाझा व्यपार मंडल के अध्यक्ष श्रीकांत यादव, जिला पार्षद कयूम अंसारी, टेलवा के मुखिया प्रतिनिधि चन्द्रदेव यादव आदि ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया। तदुपरांत शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिमुलतला थाना लाया गया। थाने पर भी ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। वे आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की मांग कर रहे थे। सिमुलतला थाने की पुलिस के अनुसार पुलिस गाड़ी को देख युवक बाइक से तेज गति से भागने लगा। उसका पीछा करने के क्रम में उसकी मोटरसाइकिल पुलिस जीप की चपेट में आ गई।
मृतक के पिता मो. रज्जाक द्वारा एसडीपीओ को दिए आवेदन में घटना के दौरान दो गाड़ियां होने की बात कही गई है। उनके अनुसार, उनमें से एक गाड़ी पर सिमुलतला थानाध्यक्ष अमित कुमार व सअनि संजीव कुमार ¨सह तथा दूसरी गाड़ी पर अन्य पदाधिकारी व पुलिस कर्मी सवार थे। दोनों गाड़ियों को ड्राइवर मनोज यादव एवं ब्रह्मादेव यादव द्वारा चलाए जाने की बात कही गई है। उन्होंने यह भी कहा है कि मृतक के पास 25 हजार नकद थे जिसे उसने व्यवसाय के लिए अपने पास रखे थे। वह राशि उसके पास नहीं मिले। एसडीपीओ ने इस घटना के बाद सअनि संजीव कुमार ¨सह को लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने थाने के दोनों प्राइवेट ड्राइवरों को काम से हटाने व आवेदन के आलोक में जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। अनुमंडलाधिकारी लखीन्द्र पासवान ने बताया कि मृतक की बेवा रुकसार परवीन को तत्काल कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार व पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार रुपये नकद दिए गए हैं। उन्होंने उन्हें श्रम विभाग से एक लाख रुपये दिलाने का भी आश्वासन दिया।