सुबह का कुहासा आलू के लिए नुकसानदेह, ऐसे करें बचाव
पिछले तीन दिनों से ठंड में काफी बढ़ोतरी हो रही है। सुबह का कुहासा आलू के लिए नुकसानदेह है। आलू में पाला लगने की संभावना है। आलू की फसल ठंड से बचाना जरुरी है। इसके लिए किसान लगातार प्रयास कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, सहरसा। दो दिनों से मौसम बदला-बदला सा है। सोमवार से मौसम ने करवट ली और ठंड में इजाफा हुआ। सोमवार की देर शाम से कुछ ऐसा कुहासा छाया कि लोगों को पैदल चलने में कठिनाई होने लगी। स्थिति ऐसी थी कि तेज रौशनी में भी सड़क साफ नहीं दिख रही थी। वहीं मंगलवार की सुबह से तेज पछुआ हवा चल रही है। देर से ही सही धूप निकलने से लोगों को राहत मिली। वैसे शाम होते ही ठंड काफी बढ़ गयी। आने वाले तीन दिनों में कुहासा व ठंड का अनुमान मौसम विज्ञानी लगा रहे हैं। दूसरी मौसम में बदलाव का असर फसलों पर भी होने की बात कृषि वैज्ञानिक बता रहे हैं।हालाकि तापमान में गिरावट रबी फसल के लिए वरदान साबित होगा।
आलू को होगा नुकसान, गेहूं को होगा फायदा
अगले तीन दिनों तक तक सुबह में कुहासा छाए रहने का पूर्वानुमान है। सुबह में कुहासा रहने से आलू फसल में पाला लगने से फसल को नुकसान होने की संभावना बनी हुई है। हालांकि किसान इससे बचाव के लिए अपने खेत के चारो ओर धुंआ करें। वहीं यह मौसम गेहूं एवं मक्का की फसल के लिए यह कुहासा लाभप्रद होगा। कृषि विज्ञानी के अनुसार आलू में पाला से बचाव हेतू मंकोजेब दो ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करने से फसल को सुरक्षित रखा जा सकता है। क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगवानपुर के मौसम विज्ञानी संतोष कुमार ने बताया कि अगले पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है तथा अगले तीन दिन तक सुबह में कुहासा रहेगा। अधिकतम तापमान 21-22 डिग्री सेल्सियस एवं न्यनूतम तापमान 9-10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। उन्होंने कहा कि गेहूं और मक्का के लिए अच्छा मौसम है। लेकिन, आलू में पाला लग सकता है। आलू में पाला से बचाव हेतु मंकोजेब दा ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करने पर फसल को सुरक्षित रखा जा सकता है।