भागलपुर के लाल सौरव बने मि. एशिया इंटरनेशनल-2019
इरादा अगर बुलंद हो तो मुश्किलें कभी सफलता की राह में रोड़ा नहीं बनतीं। मिस्टर एशिया इंटरनेशनल-2019 अवार्ड जीतकर भागलपुर के लाल सौरव कुमार ने इसे चरितार्थ कर दिया है। सौरव ने मिस्टर एशिया इंटरनेशल-2019 का खिताब पहली बार में ही अपने नाम किया।
भागलपुर। इरादा अगर बुलंद हो तो मुश्किलें कभी सफलता की राह में रोड़ा नहीं बनतीं। मिस्टर एशिया इंटरनेशनल-2019 अवार्ड जीतकर भागलपुर के लाल सौरव कुमार ने इसे चरितार्थ कर दिया है। सौरव ने मिस्टर एशिया इंटरनेशल-2019 का खिताब पहली बार में ही अपने नाम किया। एशिया का पर्सानालिटी युवा का खिताब जीतकर सौरव ने जिले से लेकर राज्य का नाम रोशन किया है। 18 से 21 जनवरी तक आगरा में हुई इस प्रतियोगिता में मिस्टर और मिसेज एशिया इंटरनेशनल के लिए 50-50 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। मिस्टर इंटरनेशनल से बिहार के चार लोगों का चयन हुआ था, इसमें सौरव भी एक थे। फाइनल राउंड में सौरव ने सभी को पीछे छोड़ खिताब पर कब्जा कर लिया। आदमपुर के हैं रहने वाले
सौरव का घर आदमपुर इलाके के रेड क्रॉस रोड में है। पिता अशोक कुमार ठाकुर बड़े कारोबारी हैं और मां रूपा ठाकुर गृहिणी हैं। सौरव ने मैट्रिक की पढ़ाई डीपीएस स्कूल से की है। अभी वह पुणे स्थित आइआइएम से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे हैं। सौरव ने बातचीत में बताया कि पुणे में ही एक होटल में 2019 में ऑडिशन चल रहा था, इसमें उसने भाग लिया था। ऑडिशन के कई दौर से गुजरने के बाद उसका फाइनल राउंड के लिए चयन किया गया। सौरव ने बताया कि उसके साथ बिहार से चार युवा थे। इसमें छपरा जिले के एकमा निवासी सागर तथा मधुबनी, मुजफ्फ पुर के प्रतिभागी थे।
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फैशन डिजाइनिंग में रुचि
सौरव का कहना है कि मैं ब्यूटी विद ब्रेन में विश्वास रखता हूं। इसलिए अपने को हमेशा अपडेट रखता हूं। मैं दुनिया को दिखाना चाहता हूं किसी प्रतिस्पद्र्धा के प्रति कड़े और अच्छे तरीके से मेहनत किया जाए तो सफलता जरूर मिलेगी। इस प्रतियोगिता को जीतने का वह वर्षो से सपना देख रहा था। सौरव ने बताया कि उसे फैशन डिजाइनिंग क्षेत्र में काफी रुचि है। अभी करियर पर ध्यान दे रहा हूं। युवाओं को किसी एक क्षेत्र का चयन करना चाहिए और उसी पर ध्यान केंद्रित कराना चाहिए।