गिरफ्तार आरोपित ने कहा-साहब ने मंगाई थी शराब
बिहार में शराबबंदी है। इसके बाजवूद राज्य के जमुई जिले में वहां के एक अधिकारी ही शराब पीने से अपने को रोक नहीं पाते। उन्होंने शराबपार्टी आयोजित की।
जमुई, जेएनएन। शराब की पार्टी करने के मामले में खनन कार्यालय के तीन कर्मचारियों की गिरफ्तारी ने विभाग के कारनामे की कलई खोल दी है। जमुई थाना में दर्ज प्राथमिकी में कर्मचारियों ने खनन पदाधिकारी अनिल कुमार का नाम लिया है। कर्मियों ने कहा है कि अनिल कुमार के कहने पर ही मटन और शराब की पार्टी आयोजित की गई थी। पदाधिकारी ने ही महंगी शराब और बीयर मंगवाई थी। पुलिस के छापेमारी करने के दौरान अनिल कुमार फरार हो गया।
जमुई थाना में थानाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह द्वारा इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। दर्ज प्राथमिकी में खनन पदाधिकारी अनिल कुमार को भी आरोपित बनाया गया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार छापेमारी के समय खनन अधिकारी अनिल कुमार अपने चेंबर में था। उसी वक्त पुलिस को कार्यालय के सामने आरजेडी नेता द्वारा बनाये गए लॉज के कमरा नंबर छह से शोरगुल सुनाई पड़ा। पुलिस ने तुरंत उस कमरे को खुलवाया तो देखा कि अंदर शराब थी। हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण जमुई के थानाध्यक्ष से लेकर एसपी तक इसमें कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। जिस मकान में खनन विभाग का कार्यालय है और जिस लॉज से शराब के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वह जमुई के चर्चित आरजेडी विधायक विजय प्रकाश के करीबी आरजेडी नेता त्रिवेणी यादव का मकान है। मामले को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है।
बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब पार्टी का आयोजन कानूनन अपराध है। इसका उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मामला दर्ज हो चुका है, गिरफ्तार आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं और बचे आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी भी होगी। - मनु महाराज, डीआइजी, मुंगेर प्रक्षेत्र
क्या है मामला
सदर थाना की पुलिस ने रविवार शाम राजद नेता त्रिवेणी यादव के मकान से खनन विभाग के तीन कर्मियों को शराब के साथ गिरफ्तार किया था। सभी कर्मी इसी मकान में किराये पर रहते थे। मौके से चार बोतल बीयर, दो बोतल देश में निर्मित अंग्रेजी शराब व चूल्हे पर चढ़ा मांस बरामद किया गया है। गिरफ्तार कर्मियों की पहचान डेटा ऑपरेटर उदय कुमार, चतुर्थवर्गीय कर्मी महंत साह तथा खनिज विकास पदाधिकारी के चालक श्रीकांत यादव के रूप में हुई थी। खनिज विकास पदाधिकारी के कार्यालय के सामने ही त्रिवेणी यादव के मकान में उक्त कर्मी डेरा लेकर रहते थे। मटन बनने के बाद शराब पार्टी शुरू होनी थी। इस बीच पुलिस को इसकी भनक लग गई। पुलिस ने तीनों कर्मियों को दबोच लिया। शुरुआती दौर में खनिज विकास कार्यालय में ही पार्टी का दौर चलने की अफवाह उड़ी लेकिन, कुछ ही क्षणों में यह साफ हो गया कि खनन कार्यालय के सामने स्थित मकान में गिरफ्तारी की गई है।