संभलकर रहें : भागलपुर का पारा 4 डिग्री के नीचे, सीजन का रहा सबसे ठंडा दिन
अगले तीन-चार दिनों तक मौसम यूं ही बना रहेगा। ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। पहाड़ी प्रदेशों में बर्फबारी होने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
भागलपुर [जेएनएन]। इस सीजन में सोमवार को भागलपुर सर्वाधिक ठंडा रहा। हालांकि रविवार को भी यही हाल था। जिले का तापमान चार डिग्री के नीचे पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस था। अधिकतम तापमान में भी एक डिग्री सेल्सियस की कमी आई है।
रविवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। पटना के मौसम वैज्ञानिक आनंद शंकर ने मौसम पूर्वानुमान में बताया है कि दिन साफ रहेगा। मौसम शुष्क होगा। सर्द पश्चिमी हवा चलेगी। अगले तीन-चार दिनों तक मौसम यूं ही बना रहेगा। ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। पहाड़ी प्रदेशों में बर्फबारी होने के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर से सटे हिमालय की ओर से आ रही शुष्क व ठंडी हवा प्रवाहित हो रही है। हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम की ओर है। ठंड में लोगों को सावधानी बरतनी होगी।
ठंड से अस्पताल में बढ़े मरीज
ठंड के कारण जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। रोजाना करीब 150 से 200 मरीज ठंड की बीमारी से ग्रसित होकर जेएलएनएमसीएच ओपीडी में परामर्श के लिए आ रहे है। परामर्श के आधार पर अगर मरीज की हालत ज्यादा खराब है तो उसे मेडिसीन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। इस साल ठंड लोगों को हिलाने लगी है। लोग एक ओर ठंड से बचाव में लगे है तो दूसरी ओर थोड़ी लापरवाही के कारण लोग दिल की बीमारी के शिकार हो रहे है। सर्द हवाओं के साथ बढ़ी ठंड बच्चों और बुजुर्गों के लिए जहां परेशानी का सबब बन गई है, वहीं दिल और सांस के मरीजों पर भी सर्दी कहर बनकर टूट रही है।
इन विभागों में पहुंच रहे अधिक मरीज
जेएलएनएमसीएच के बच्चा रोग विभाग, मेडिसिन विभाग, हड्डी रोग विभाग में सबसे अधिक मरीज पहुंच रहे है। ओपीडी के अन्य विभागों में भी मरीजों की संख्या में काफी इजाफा देखा जा रहा है। बच्चा रोग विभाग में सर्दी, खांसी, बुखार से पीडि़त बच्चों को लेकर अभिभावक आ रहे हैं। हड्डी रोग विभाग में ठंड के कारण हड्डी के जोड़ में दर्द बढऩे की शिकायत के मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। ओपीडी में भी सर्दी-खांसी, बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, ब्लड प्रेशर की बीमारी से ग्रसित मरीजों का आना जाना लगा ही हुआ है। उल्टी, दस्त की शिकायत के भी मरीज बढ़े हैं।
डायरिया का खतरा बढ़ा
गिरते-बढ़ते तापमान की वजह से बच्चों में विंटर डायरिया का खतरा काफी बढ़ गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि 70 प्रतिशत मरीज कोल्ड डायरिया, फीवर, सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों से पीडि़त हैं। यह रोग शरीर में रोटा वायरस के पनपने से फैलता है। इस बीमारी से जीरो से 1 साल तक के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।