अचानक भागलपुर के डीएम के आने लगे मैसेज, चौंक गईं कोमल, श्वेता और मोना
भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन के अचानक कई मैसेज जिले के अधिकारियों को आने लगे। मैसेज आने के बाद श्वेता कोमल और मोना सहित कई अधिकारी चौंक कहे। सोचने लगे डीएम ऐसा मैसेज कैसे कर सकते हैं। एसएसपी ने जांच के आदेश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के नाम से फर्जी तरीके से अधिकारियों को मैसेज और अमेजन पे लिंक भेज बड़ी धोखाधड़ी की तैयारी किसी जालसाज ने कर रखी थी, लेकिन अधिकारियों की सूझबूझ से जालसाज की पोल खुल गई। किसी जालसाज ने मोबाइल नंबर 7876140269 से वरीय उप समाहर्ता कोमल किरण, अमित कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी श्वेता कुमारी, अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक मोना कुमारी को मैसेज भेज बड़ी धोखाधड़ी को अंजाम देने की फिराक में थे। जिले में तैनात उपरोक्त पदाधिकारियों ने जोगसर थाने में उक्त मोबाइल नंबर के धारक पर केस दर्ज कराते हुए उक्त मोबाइल नंबर धारक के विरुद्ध् धोखाधड़ी और आइटी एक्ट के तहत आरोपित बनाया है।
मामला हाइप्रोफाइल होने के कारण एसएसपी बाबू राम ने तकनीकी टीम को भी उक्त मामले के त्वरित उजागर करने के लिए लगा दिया है। जोगसर पुलिस भी मामले में तकनीकी टीम के साथ अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है। दर्ज केस में उपरोक्त पदाधिकारियों ने पुलिस को जानकारी दी है कि जालसाज ने उक्त मोबाइल नंबर से भेजे गए मैसेज में अमेजन पे का लिंक भी जालसाज ने भेजा है। जालसाज ने व्हाट्सएप्प पर भी उक्त मोबाइल नंबर को जिला पदाधिकारी के नाम से रजिस्टर्ड किया है। जिसके डिस्प्ले प्रोफाइल में जिला नियंत्रण कक्ष का सरकारी लोगो भी लगाया गया है। मैसेज भेजने और व्हाट्सएप्प पर अंकित नाम एवं व्हाट्सएप्प डिस्प्ले का स्क्रीन शाट भी जोगसर थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनवी को उपलब्ध करा दिया है।
- - वरीय उप समाहर्ता कोमल किरण, अमित कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी श्वेता कुमारी, अग्रणी जिला प्रबंधक मोना कुमारी को भेजा गया डीएम सुब्रत कुमार सेन का जालसाज ने फर्जी मैसेज
- - मोबाइल नंबर 7876140269 से गलत मंशा से भेजा गया मैसेज, जोगसर थाने में धोखाधड़ी और आइटी एक्ट में दर्ज कराया गया केस
जिस मोबाइल नंबर का मैसेज भेजने में इस्तेमाल किया गया है वह नंबर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन का नहीं है। पुलिस उपरोक्त मोबाइल नंबर के धारक का पता लगा उसकी गिरपु्तारी के प्रयास में जुट गई है। प्रारंभिक तफ्तीश में उक्त मोबाइल नंबर से धोखाधड़ी कर बड़ी हेराफेरी की मंशा से जिलाधिकारी के नाम का फर्जी तरीके से इसतेमाल कर उन पदाधिकारियों को मैसेज और अमेजन का लिंक भेजा गया है। मैसेज आते ही उक्त पदाधिकारियों ने मामले की जानकारी जिलाधिकारी को दी और तत्काल मामले में केस दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। पुलिस की तफ्तीश में बहुत जल्द ही पूरे मामले का पटाक्षेप होने की संभावना जताई जा रही है।