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TMBU : पीएचडी में दाखिला नहीं हो पाने के कारण कुलाधिपति को दिया ज्ञापन Bhagalpur News

छात्र सरोज कुमार ने बताया कि पीआरटी वैद्यता इस बार 2019 में होने वाले पीएचडी में नामांकन तक रहती। लेकिन उन्हें Research Methodology Course का Certificate ही नहीं मिल रहा।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 08:46 AM (IST)Updated: Thu, 29 Aug 2019 08:46 AM (IST)
TMBU : पीएचडी में दाखिला नहीं हो पाने के कारण कुलाधिपति को दिया ज्ञापन Bhagalpur News
TMBU : पीएचडी में दाखिला नहीं हो पाने के कारण कुलाधिपति को दिया ज्ञापन Bhagalpur News

भागलपुर [जेएनएन]। टीएमबीयू में पीएचडी में दाखिला नहीं हो पाने के कारण एक दिव्यांग छात्र सरोज कुमार ने आइआरपीएम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एसडी झा पर कई आरोप लगाते हुए कुलाधिपति फागू चौहान को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने ज्ञापन के प्रतिलिपि टीएमबीयू के कुलपति प्रो. डॉ. विभाष चंद्र झा, रजिस्टार, विवि संरक्षक, आईआरपीएम विभाग के विभागाध्यक्ष सहित राष्ट्रपति और पीएमओ को भी दी है।

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इशाकचक निवासी छात्र सरोज कुमार ने बताया कि उन्होंने जुलाई 2018 से दिसंबर 2018 तक के सत्र में रिसर्च मेथेडोलॉजी कोर्स में नामांकन लिया था। टीएमबीयू के आईआरपीएम विभाग में चार माह का रिसर्च मेथेडोलॉजी कोर्स पूरा किया। साथ ही कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट से दो माह का कम्प्यूटर कोर्स भी पूरा किया। दोनों कोर्स करने के बाद फरवरी 2019 तक सर्टिफिकेट निर्गत किए जाने थे। लेकिन, विभाग और विवि का बार-बार चक्कर लगाने के बावजूद सर्टिफिकेट अब तक नहीं मिल सका है। सरोज ने बताया कि इस तरह 14 छात्र हैं, जिन्हें सर्टिफ‍िकेट नहीं मिला है। सभी को परेशानी हो रही है।

2011 में उत्तीर्ण की थी पीआरटी की परीक्षा

सरोज ने 2011 में पीआरटी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। तभी उन्हें पता चला कि अब पूर्व से किए हुए पीआरटी की वैद्यता मात्र एक वर्ष ही रहेगी। उन्होंने रिसर्च मेथेडोलॉजी कोर्स में जून 2018 में नामांकन लिया। नए नियम के अनुसार उनकी पीआरटी वैद्यता इस बार 2019 में होने वाले पीएचडी में नामांकन तक रहती।

विभागाध्यक्ष करते रहे परेशान

सरोज बार-बार अपने विभागाध्यक्ष डॉ. एसडी झा (Dr. SD Jha) से मिले। एक बार उन्होंने कहा कि पहले रिसर्च प्रपोजल (Research proposal) जमा करो, उसके बाद ही सर्टिफिकेट मिलेगा। सरोज कुमार ने 20 मई 2019 को अपना रिसर्च प्रपोजल विभाग के सभी शिक्षकों के सामने जमा किया। शिक्षकों ने सरोज से ओरल टेस्ट (Oral test) लिए। इसके बाद भी उन्हें रिसर्च मेथेडोलॉजी कोर्स का सर्टिफिकेट नहीं मिला। और न ही प्री सबमिशन सेमिनार का डेट मिला। रिसर्च मेथेडोलॉजी सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण वे शोध पत्र जमा नहीं कर पा रहे हैं। रिसर्च मेथेडोलॉजी सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण वे शोध पत्र (Research Paper) जमा नहीं कर पा रहे हैं।

विभागाध्यक्ष को दबाव देने के बाद सरोज का सात अगस्त 2019 को उनका प्री सबमिशन सेमिनार (Pre submission seminar) हुआ। सेमिनार के बाद डीआरसी (DRC) ने सरोज के प्रपोजल को स्वीकृत किया। लेकिन सामाजिक विज्ञान (Social science) के डीन प्रो. बीके शर्मा (Prof. BK Sharma) ने उस प्रप्रोजल को जमा लेने से इंकार कर दिया। प्रो. बीके शर्मा ने सरोज को कहा कि आपने निर्धारित समय में इसे जमा नहीं किया है।

कुलपति और प्रतिकुलपति से भी मिले

सरोज कुमार ने सर्टिफिकेट नहीं मिलने की शिकायत कुलपति प्रो. डॉ. विभाष चंद्र झा और प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. रामयतन प्रसाद से भी की है। कुलपति ने सरोज कुमार को आश्वासन दिया है कि वे शीघ्र इसकी जांच कराकर उचित न्याय दिलाएंगे।


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