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बोनस के लिए रेल कर्मियों का हल्ला बोल, ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन शाखा के सदस्‍यों ने किया प्रदर्शन

भागलपुर रेलवे जंक्‍शन पर रेलकर्मचारियों ने हंगामा किया। रेलकर्मियों को वोनस नहीं मिलने पर प्रदर्शन कर हल्‍ला बोल किया। इसके लिए ईआरएमयू के आह्वान पर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन शाखा की ओर से बोनस दिवस मनाया गया। कर्मचारियों में आक्रोश है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 07:15 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 07:15 PM (IST)
बोनस के लिए रेल कर्मियों का हल्ला बोल, ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन शाखा के सदस्‍यों ने किया प्रदर्शन
ईआरएमयू के आह्वान पर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन शाखा की ओर से कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

भागलपुर, जेएनएन। बोनस मिलेगा तभी काम करेंगे नहीं तो रेल चक्का जाम करेंगे के नारों से जंक्शन परिसर मंगलवार को गूंजता रहा। ईआरएमयू के आह्वान पर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन शाखा की ओर से बोनस दिवस मनाया गया। इस दौरान सैकड़ों रेल कर्मियों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। संयुक्त सचिव चंदन कुमार के नेतृत्व में प्लेटफॉर्म संख्या एक, स्टेशन परिसर और यार्ड में जुलूस निकालकर केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की। संयुक्त सचिव ने कहा कि बोनस भुगतान मामले में फैसला नहीं होगा तो रेल चक्का जाम करेगा। सरकार का रवैये को रेल कर्मी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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नाइट एलाउंस को लेकर रेल मंत्री को पत्र, नारेबाजी

ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस के बैनर तले भी रेल कर्मियों ने जुलूस निकालकर नारेबाजी की। अरिजती विश्वास की देखरेख में बैठक हुई। इसमें नाइट एलाउंस में कटौती और बोनस को लेकर आक्रोश व्यक्त किया गया। शाखा सचिव संजीव कुमार घोष के नेतृत्व में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए विरोध में जुलूस निकाला गया। स्टेशन अधीक्षक को मांग पत्र सौंपा गया। इसके बाद रेल मंत्री को पत्र भेजा गया। प्रदर्शन में कार्यकारी अध्यक्ष केके राय, संगठन सचिव विक्रम सिंह, आरएन पासवान, कौशल किशोर, बीके महाराज, खुर्शीद अनवर, कंचन कुमारी, पुनीता सिंह सहित कई रेल कर्मी थे।

काला बिल्ला लगाकर काम शुरू

नाइट एलाउंस में कटौती करने का स्टेशन मास्टर, लोको रनिंग स्टॉफ, ऑल इंडिया गार्ड काउंसलिंग ने विरोध करना शुरू कर दिया है। मंगलवार से सभी स्टेशन मास्टर, लोको पायलट और गार्ड ने काला बिल्ला लगाकर काम करना शुरू किया। स्टेशन मास्टरों और अन्य रेल कर्मियों में सरकार के इस फैसले का जबरदस्त गुस्सा है। इनका कहना है कि रेल मंत्रालय का यह फैसला कर्मचारी हित में नहीं है। सरकार के इस फैसले का पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा। मांग पर अविलंब विचार नहीं किया गया तो 31 अक्टूबर को ऑन ड्यूटी और ऑफ ड्यूटी स्टेशन मास्टर 12 घंटे की भूख हड़ताल पर रहेंगे।


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