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भागलपुर में बागमती तटबंध विरोधी जनआंदोलन के समर्थन में हुई बैठक

राज्य सरकार ने बागमती क्षेत्र की जनता की आवाज को अनसुना कर मनमाने ढंग से तटबन्ध बनाने का फैसला किया है। तटबन्ध बन जाने से सैकड़ों गांव के लोग विस्थापित हो जाएंगे। सरकार के इस मनमाने रवैये का पूरजोर विरोध किया जाएगा।

By Amrendra TiwariEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 05:33 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 05:33 PM (IST)
भागलपुर में बागमती तटबंध विरोधी जनआंदोलन के समर्थन में हुई बैठक
बागमती तटबंध विरोधी जनआंदोलन के समर्थन में हुई बैठक

भागलपुर, जेएनएन। बागमती तटबन्ध विरोधी जनआंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक भागलपुर शहर के परबत्ती मोहल्ले में हुई।

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बैठक की अध्यक्षता अनिक महलदार ने की, जबकि संचालन नीरज कुमार ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए गौतम मल्लाह ने बागमती आंदोलन की मौजूदा स्थिति पर विस्तार से अपनी बात रखी। बैठक में नीरज कुमार को समिति का संयोजक भी मनोनीत किया गया।

बागमती क्षेञ की जनता की आवाजा को अनसुना कर रही सरकार

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार बागमती क्षेत्र की जनता की आवाज को अनसुना कर मनमाने ढंग से तटबन्ध बनाने का फैसला किया है। तटबन्ध बन जाने से सैकड़ों गांव के लोग विस्थापित हो जाएंगे और उनकी जीवन-जीविका तबाह हो जाएगी। इसी कारण बागमती की संतानें राज्य सरकार के इस जनविरोधी निर्णय का विरोध कर रहे हैं।

समिति को बिना भरोसे में लिए तटबंध की मंजूरी नहीं चलेगी

राज्य सरकार ने पिछले वर्षों में जनांदोलन के दबाव में तटबन्ध निर्माण को स्थगित करते हुए विशेषज्ञों की एक समिति गठित की थी। किन्तु अचानक विधानसभा चुनाव के ठीक पूर्व इस समिति को बिना भरोसे में लिए तटबन्ध के निर्णय को कैबिनेट से मंजूरी दे दी। राज्य सरकार के इस निर्णय के खिलाफ सरकार से आरपार की लड़ाई के लिए अपनी कमर कस ली है ।

यह जीविका की लड़ाई नहीं नदियों को बचाने का संकल्‍प

वहीं नीरज कुमार ने कहा कि बागमती तटबन्ध के खिलाफ वहां की जनता की लड़ाई न केवल उनके जीवन-जीविका की लड़ाई है, बल्कि यह प्रकृति-पर्यावरण व नदियों को बचाने की भी लड़ाई है। इसलिए हम सभी को इस लड़ाई का समर्थन करते हुए तटबन्ध निर्माण के फैसले को वापस करने हेतु राज्य सरकार पर निर्णायक दबाव बनाना चाहिए।

बैठक में इन प्रस्‍तावों पर हुआ फैसला

(1) बागमती आंदोलन के समर्थन में एक समर्थन समिति भागलपुर में बनाई जाए।

(2) इस सिलसिले में अगली बैठक 6/12/2020 (रविवार) शाम 4 बजे गांधी शांति प्रतिष्ठान, भागलपुर में रखी जाएगी जिसमें समर्थन समिति का गठन किया जाएगा। (3) भागलपुर से 5 लोगों का एक शिष्टमंडल बागमती क्षेत्र में जाकर वहाँ की स्थिति का और व्यापकता से अध्ययन कर आंदोलन को समर्थन व्यक्त करेंगे।

बैठक में ये हुए शामिल

आज की बैठक में विमल किशोर पोद्दार, प्रणव भारद्वाज, जयशंकर प्रसाद, चंदन मधुकर, रूपेश यादव, बैजनाथ मंडल, दीपक कुमार सिंह, धीरज सिंह, सियाराम कुमार, प्रमोद मंडल आदि मौजूद थे।


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