ई-फार्मेसी के विरोध में कल बंद रहेंगी दवा दुकानें
ई-फार्मेसी के विरोध में कल यानी 28 सितंबर को ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट ने देश भर की दवा दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है।
भागलपुर। ई-फार्मेसी के विरोध में कल यानी 28 सितंबर को ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट ने दवा दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके तहत भागलपुर जिले की 1400 खुदरा और थोक दवा दुकानें भी बंद रहेंगी। हड़ताल गुरुवार की रात 12 बजे से प्रभावी होगी।
बुधवार को भागलपुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम दास कोटरीवाल और सचिव प्रशांत लाल ठाकुर ने प्रेसवार्ता में कहा कि उन दवा दुकानों को बंद से मुक्त रखा गया है जो अस्पताल और क्लीनिकों के पास हैं। मानवता के नाते उक्त निर्णय लिया गया है। पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य में फर्मासिस्ट की कमी है लेकिन सरकार दवा दुकानों में फर्मासिस्ट को खोजती है। फर्मासिस्ट संस्थान को विकसित भी सरकार नहीं की है। फर्मासिस्ट की अनिवार्यता अगर सरकार समाप्त नहीं की तो 90 फीसद दवा दुकानें स्वत: बंद हो जाएंगी। फर्मासिस्ट की आड़ में दवा दुकानदारों का आर्थिक दोहन बंद करने की मांग की। प्रेसवार्ता में अरुण कुमार गुप्ता, प्रदीप जैन, नीरज कोटरीवाल, कृष्णानंद भगत, रामानंद कानोडिया और शंभुनाथ पंडित आदि संघ के पदाधिकारी उपस्थित थे। दूसरी तरफ दो सितंबर को गठित नये दवा संघ भागलपुर जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन साह और सचिव शंकर घोष ने हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि 28 सितंबर को दवा दुकानें बंद रखी जाएंगी।