भागलपुर में नहीं बिकेगा खुले में मीट-मछली, नगर पालिका अधिनियम के तहत होगी कार्रवाई
भागलपुर नगर निगम अब बड़ी कार्रवाई के मूड में है। लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए अब इस बात पर पहल की गई है कि नगर में खुले में मीट-मछली न बेचा जाए। लिहाजा भीखनपुर में मांस की बिक्री करने वाले दुकानदारों को पर्दे में बेचने का निर्देश...
जागरण संवाददाता, भागलपुर : शहर में व्यवसाय करने के लिए दुकानदारों को ट्रेड लाइसेंस लेना होगा। इस लाइसेंस के बिना अपना व्यवसायिक प्रतिष्ठान नहीं चला सकेंगे। खासकर खुले में मीट-मछली बिक्री पर नगर प्रशासन सख्त कार्रवाई के मूड में है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। शहरी क्षेत्र के अधिकांश स्थानों पर खुले में मीट व मछली की बिक्री जारी है। सड़क किनारे बैठकर लोग मछली की बिक्री करते हैं। धूलकण से पटे मछली व मटन खाने से लोग पेट संबंधी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
वहीं खुले में हलाल करने से लोगों को परेशानी हो रही है। हाल में हुई दिशा की बैठक में मेयर सीमा साहा ने कार्रवाई की मांग की थी। दरअसल, नगर निगम द्वारा रोक लगाने के के लिए भीखनपुर, तिलकामांझी, तातारपुर, नाथनगर, परबत्ती, मिरजानहाट, बरारी हाउसिंग बोर्ड आदि क्षेत्र में मीट व मछली विक्रेताओं के द्वारा खुले में अमानवीय रूप से मीट-मछली की बिक्री की जा रही है। यह नगर पालिका अधिनियम, 2007 की सुसंगत धाराओं का उल्लंघन है, जिससे पर्यावरण पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
- -खुले में मांस बिक्री पर पांबदी, निगम ने दिया अल्टीमेटम
- -ट्रेड लाइसेंस के बिना नहीं चलेगा व्यवसायिक प्रतिष्ठान, मांसाहार की दुकानों के लिए अनिवार्य
साथ ही बीमारी भी फैलने की आशंका बढ़ जाती है। रविवार को नगर आयुक्त के निर्देश पर ट्रेड लाइसेंस प्रभारी देवेन्द्र वर्मा ने भीखनपुर, तिलकामांझी समेत कई क्षेत्रों में जाकर पर्दे में रहकर बिक्री करने का अल्टीमेटम दिया। दो दिनों में सुधार नहीं होने पर दुकानों को सील तक किया जा सकता है।
विद्युत शवदाह गृह में तकनीकी गड़बड़ी
जागरण संवाददाता, भागलपुर : बरारी श्मशान घाट स्थित विद्युत शवदाहगृह में रविवार की शाम सात बजे तकनीकी गड़बड़ी से अंतिम संस्कार का कार्य ठप हो गया। आईडी फैन के मोटर में कुछ गड़बड़ी हो गई है। जिस कारण आईडी फैन चलना बंद हो गया है। फर्निश चेंबर से धुआं ऊपर नहीं जा रहा है। इससे कर्मियों को परेशानी होने लगी। तत्काल विद्युत शवदाह गृह को बंद करना पड़ा। इसकी सूचना निगम प्रशासन को दी गई है। सोमावर को स्थानीय मिस्त्री से जांच कराई जाएगी। इसके बाद अगर समस्या दूर नहीं हुई तो पटना से एक्स्पर्ट आएंगे।