आखिर मेयर ने सम्राट अशोक भवन के निर्माण पर क्यों लगाई रोक, जानिए क्या है मामला
नगर निगम परिसर में सम्राट अशोक भवन निर्माण में प्राक्कलन के अनदेखी की संभावना पर मेयर ने काम पर रोक लगा दी। मेयर ने डूडा के कार्य. अभियंता को कार्य के जांच का निर्देश दिया है।
भागलपुर (जेएनएन)। नगर निगम परिसर में सम्राट अशोक भवन निर्माण में प्राक्कलन के अनदेखी की संभावना पर मेयर सीमा साहा ने काम पर रोक लगा दी। मेयर ने जिला शहरी विकास अभिकरण (डूडा) के कार्यपालक अभियंता कमल किशोर प्रसाद को निर्माण कार्य के जांच का निर्देश दिया है। जांच रिपोर्ट के साथ प्राक्कलन से संबंधित विस्तृत जानकारी मांगी गई है। मेयर ने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बुधवार को जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्थल निरीक्षण करेंगे। गलती पाए जाने पर संवेदक पर कार्रवाई भी सुनिश्चित होगी।
सम्राट अशोक भवन के निर्माण पर 1.18 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इनमें से 93 लाख रुपये भवन के निर्माण पर एवं शेष राशि सौंदर्यीकरण और इलेक्ट्रिक सामग्री पर खर्च किए जाएंगे। दो मंजिला भवन में एक बड़ा सभागार, कमरा और शौचालय का निर्माण किया जाना है। 86 पीलर पर भवन की बुनियाद खड़ी होगी। जिसमें सात मीटर वाले 48 पीलर, आठ मीटर वाले 19 पीलर, नौ मीटर वाले आठ पीलर और 3.65 मीटर गहराई वाले 11 पीलर होगा। संवेदक ने अब तक 46 पीलर की ढलाई कर ली है। पायलिंग की कम गहराई को लेकर सवाल होने लगे हैं। हालांकि बुधवार को कार्यपालक अभियंता के जांच के बाद ही सबकुछ स्पष्ट हो सकेगा।
इस संबंध में संवेदक किमी आनंद ने बताया कि ड्राईंग के अनुसार कार्य हो रहा है। पीलर की गहराई आठ मीटर से कम नहीं है। सात मीटर का पायलिंग शेष रह गया है। तीन पीलर को मिलाकर फाउंडेशन से एक पीलर का निर्माण होगा। पूर्व नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी के कार्यकाल में योजना शहर को मिला है। गुणवत्ता के साथ कोई समझौता का सवाल नहीं होगा।
डूडा के कार्यपालक अभियंता कमल किशोर प्रसाद ने कहा कि मेयर ने कार्य पर आपत्ति जताई है। निर्माण कार्य का आज स्थल निरीक्षण करेंगे। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।