... आखिर महापौर ने नोडल अधिकारी की क्यों जमकर लगाई क्लास, जानिए
मेयर ने कहा जब प्लास्टिक प्रतिबंध अभियान निगम का है तो इसमें पार्षदों को उपेक्षित किस वजह से रखा गया। उपेक्षा के कारण नोडल पदाधिकारी को फटकारा। नोडल पदधिकारी ने माफी मांगी।
भागलपुर [जेएनएन]। शहर में प्लास्टिक प्रतिबंध अभियान के नोडल अधिकारी बने ओमप्रकाश मेहता की मेयर सीमा साहा ने जमकर क्लास लगाई। मेयर ने कक्ष में मेहता को बुलाया और पूछा अभियान निगम का है या नहीं। मेहता ने जबाव में कहा निगम का है। इस पर मेयर ने कहा कि जब निगम का अभियान है तो इसमें पार्षदों को उपेक्षित किस वजह से रखा गया। निगम प्रशासन ने दैनिक कुशल मजदूर मेहता प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी सौंपी है, लेकिन अभियान में मेयर तो दूर स्थानीय पार्षदों को भी सूचना नहीं दी।
वार्ड 40 के पार्षद ने मेयर से शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि मोजाहिदपुर में नुक्कड़ नाटक कराया गया। इसमें पूर्व पार्षद को बुलाया गया। पार्षद ने व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। ये पार्षद के साथ ही नहीं मेयर के साथ भी नोडल अधिकारी मेहता कर चुके हैं। मेयर कहा 14 दिसंबर को नगर निगम ने जागरूकता रैली निकाली, शहर के चिकित्सक के बुलावे पर मैं वहां गई, पर मेहता ने बुलाया ही नहीं। पूछा यह देखकर अच्छा लगा कि मैं अपने ही कार्यक्रम में दूसरे के बुलावे पर जा रही हूं।
इस पर मेहता ने मेयर से क्षमा मांगते हुए कहा कि अब ऐसी गलती नहीं होगी। आयोजन का रोस्टर भी मेहता से तलब किया है। वार्ड स्तर पर रैली निकालने और होर्डिंग लगाने का निर्देश दिया। शहर में जब 23 दिसंबर से जुर्माना और प्रतिबंध लगेगा तो 14 दिसंबर निगम के होर्डिंग में कैसे अंकित किया गया है। इससे लोगों के बीच भ्रम की स्थिति है। मेयर ने मेहता को हिदायत देते हुए कहा कि छह माह के लिए रखा गया है, अगर कार्यशैली में सुधार नहीं होगा तो विचार करना होगा।
इस दौरान स्थायी समिति सदस्य संजय कुमार सिन्हा ने कहा प्रचार-प्रसार के लिए जब सरकार ने फंड उपलब्ध कराया है। इसका दुरूपयोग नहीं होने देंगे। निगम के 90 कूड़ा वाहनों में लाउडस्पीकर लगाने का निर्णय था, लेकिन 10 गाडिय़ों में सिमट गई।