फल मंडी पर निपाह का असर, दाम में गिरावट
केरल में फैले 'निपाह' वायरस का असर सिल्क सिटी की फल मंडियों में दिखने लगा है।
भागलपुर। केरल में फैले 'निपाह' वायरस का असर सिल्क सिटी की फल मंडियों में दिखने लगा है। हालांकि जिले में इस वायरस से किसी की सेहत खराब नहीं हुई है, फिर भी शहरवासी इसको लेकर काफी सजग और सतर्क हैं।
शुक्रवार तक 160 से 200 रुपये प्रति किलोग्राम बिकने वाले सेव रविवार को 120 से 140 रुपये मिल रहा है। वहीं, चिनिया केला 40 रुपये दर्जन की जगह 20 से 25 रुपये मिल रहे है। रमजान में खजूर की खपत ज्यादा होती है। खजूर भारतीय 160 रुपये किलो मिल रहा था, इसकी कीमत में अचानक 20 रुपये की कमी आ गई है। वहीं, गर्मियों में राहत देने वाला डाभ की कीमत में 10 रुपये कमी आई है। 40 से 50 रुपये प्रति पीस मिलने वाला डाभ 30 से 40 रुपये पीस बिका। फल विक्रेता रौशन ने बताया कि दो दिन से फल मंडी में बिक्री हुई है। रोजाना वह दो हजार रुपये तक का केला बेचता था, लेकिन दो दिनों से एक हजार की भी बिक्री नहीं हुई है। रौशन ने बताया कि निपाह वायरस का यहां कोई असर नहीं है। केला नवगछिया से आता है। वहीं, उल्टा पुल, तिलकामांझी, अलीगंज, तिलकामांझी, आदमपुर, भिखनपुर, ततारपुर, घंटाघर इलाकों में फल दुकानों पर अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ कम रही।
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जेएलएनएमसीएच में विशेष अलर्ट
भागलपुर। देश के कई शहरों में निपाह ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। लेकिन जिले में अब तक निपाह वायरस की चपेट में आने के एक भी मामला नहीं आया है। इसके बावजूद जेएलएनएमसीएच प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से एडवायजरी मिलने के बाद मेडिसीन विभाग में व्यवस्था की गई है। अस्पताल अधीक्षक और सिविल सर्जन ने चिकित्सकों को विशेष निर्देश दिया है। मेडिसीन विभाग और इमरजेंसी में अगर इस वायरस से पीड़ित मरीज आते हैं तो उन्हें विशेष ख्याल रखा जाएगा। सिविल सर्जन ने लोगों से भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से परहेज करने की बात कही। चेहरे पर मास्क लगाकर सफर करने की हिदायत दी। वायरस से बचाव के लिए जागरूकता लाने और प्रचार-प्रसार करने अभियान चलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।