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Top Bhagalpur News of the day, 27th June 2019, बिजली संकट, भाजपा की बैठक, शराब माफ‍िया, सृजन घोटाला, रेल यात्री असुरक्षित

Top Bhagalpur News of 27th June 2019। भागलपुर की टॉप Top Five खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 27 Jun 2019 04:51 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jun 2019 04:57 PM (IST)
Top Bhagalpur News of the day, 27th June 2019, बिजली संकट, भाजपा की बैठक, शराब माफ‍िया, सृजन घोटाला, रेल यात्री असुरक्षित
Top Bhagalpur News of the day, 27th June 2019, बिजली संकट, भाजपा की बैठक, शराब माफ‍िया, सृजन घोटाला, रेल यात्री असुरक्षित

भागलपुर [जेएनएन]। 27th June 2019 को भागलपुर में बिजली संकट से लोग परेशान रहे। इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ताओं ने सदस्‍यता अभियान के लिए बैठकें की। शराब माफ‍िया के अलावा सृजन घोटाला, रेल यात्री असुरक्षित आज की प्रमुख खबरें हैं।

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बिजली संकट की गिरफ्त में शहर

जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों के अधिकांश हिस्से में मंगलवार की रात से बिजली जो गायब हुई वह बुधवार की दोपहर तक गुल रही। दोपहर में कुछ देर के लिए बिजली आई ही थी कि आंधी-बारिश शुरू हो गई। इसके चलते फिर से शहर की बत्ती गुल हो गई। दर्जनों पेड़ों के गिरने, कहीं बिजली पोल के जमींदोज होने तो कहीं ट्रांसफार्मर के गिर जाने से हालात बेकाबू हो गए। तीन घंटे की मशक्कत बाद पेड़ों के हटाने से सड़कों पर लोगों की आवाजाही तो सामान्य हो गई लेकिन बिजली नहीं आई। गुरुवार को भी सुबह से यही हाल है। गुरुवार सुबह बारिश होने के साथ ही बिजली काट ली गई। अधिकारियों की काहिली का आलम रात बरारी, मायागंज, खंजरपुर, शिवभवन कंपाउंड, जवारीपुर, तुलसी नगर, आनंदगढ़, भीखनपुर, आदमपुर, हनुमान नगर, घंटाघर, बरहपुरा, इशाकचक, मिरजान, अलीगंज, हबीबपुर, जीरोमाइल, ज्योति विहार कालोनी, गंगा विहार कालोनी में गायब बिजली बहाल करने की दिशा में मानव बल पर्याप्त संख्या में नहीं लगाए। जहां लगाए गए वहां वे बेमन से काम करते मिले।

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भाजपा की बैठक

भागलपुर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बैठकें की। इस दौरान सदस्यता अभियान की चर्चा हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि भाजपा में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोडा जाएगा। इस दौरान संपर्क अभियान चलाया जाएगा। केन्द्र सरकार की उपलब्धि के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। केन्द्र की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। भाजपा ने कहलगांव और पीरपैंती में बैठकें की। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय उपस्थित थे।

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शराब माफिया और बंटी सिंह

जोगसर पुलिस चौकीं में डकैती के आरोपित बंटी सिंह को जगह क्या मिली वह महकमे की गोपनीय जानकारियों को जरायम पेशेवरों को लीक करने लगा। खबर प्रकाशित होने के बाद बंटी भूमिगत हो चुका है। जांच में पुलिस और जरायम गठजोड़ का सच परत दर परत खुलकर सामने आ सकता है। पुलिस चौकी प्रभारी हो सकता हो उसकी इस गतिविधियों से अनजान हो लेकिन चौकी क्षेत्र में आम लोगों की जुबान पर यह चर्चा जोरों की है कि वह थाने की गोपनीय सूचनाएं जरायम पेशेवरों को लीक करता था। क्षेत्र में सक्रिय शराब माफिया, गांजा माफिया और भू-माफियाओं तक महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचाया करता था। इसलिए शंकर टॉकीज चौक, ढेबर गेट, लाजपत पार्क और घाट क्षेत्र में जरायम पेशेवरों की धरपकड़ में की गई छापेमारी असफल हुआ करती है।

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सृजन घोटाला

सृजन घोटाले की मास्टर माइंड रही मनोरमा देवी ने सरकारी राशि हड़पने के बाद कई छोटी-छोटी एनजीओ के नाम पर भी लाखों रुपये की राशि की उगाही की थी। सृजन की आड़ में कई एनजीओ को भी संचालित किया जा रहा था। 'आश्रा विहार' नामक संस्था के नाम से बैंक ऑफ इंडिया से लोन भी लिया गया था। अब सीबीआइ इस ऐंगल को भी टटोल रही है। एनजीओ के सारे बैंक एकाउंट को खंगालेगी। एनजीओ के नाम पर मनोरमा ने पिछले 10 सालों में बैंक और सरकार का लाखों रुपये का चूना लगाया। मनोरमा देवी आश्रा विहार नाम से एनजीओ भी चलाती थी। इस एनजीओ का अध्यक्ष मनोरमा खुद थी। एनजीओ के नाम पर लाखों रुपये का लोन लिया था। कुछ महीने तक बैंक में किश्त जमा किया गया। इसके बाद किसी तरह का किश्त आना बंद हो गया। किश्त जमा नहीं करने पर बैंक की ओर से कोर्ट में 3.40 लाख बकाए का मनी सूट मुकदमा किया गया है। सूत्रों की मानें तो सामाजिक कार्यों के नाम पर एनजीओ को साल में लाखों रुपये आते थे।

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VIP ट्रेनों का हाल

अब एसी क्लास में भी सफर करना सुरक्षित नहीं रहा। विक्रमशिला एक्सप्रेस की एसी क्लास में लगातार लगेज, बेग और सामानों की चोरी होने के बाद इससे सफर करने वाले यात्री काफी डरे सहमे हैं। पटना रेल जिला क्षेत्र के मोकामा-हाथीदह के बीच भागलपुर की ट्रेन को टारगेट किया जा रहा है। वहीं, शिकायत के बाद भी रेल पुलिस और आरपीएफ एक्शन लेने की बजाय मूकदर्शक बनी हुई है। पहले जहां जनरल और स्लीपर क्लास में सामान चोरी की घटनाएं ज्यादा होती थी। एसी कोच सबसे सुरक्षित माना जाता था। पर, एसी इन कोचों में बढ़ रही चोरी की घटनाओं के कारण ट्रेनों में यात्री सुरक्षा पर सवालियां निशान लग गया है। 28 दिनों के अंदर विक्रमशिला के एसी कोच में चोरी की तीन बड़ी घटनाएं हुई है।

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