Top Bhagalpur News of the day, 02nd October 2019, नाथनगर विधानसभा उपचुनाव, एटीएम में रुपये नहीं, बच्चा चोरी की अफवाह
Top Bhagalpur News of 02nd October 2019। भागलपुर की टॉप Top Three खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।
भागलपुर [जेएनएन]। 02nd October 2019 को जिले की कुछ महत्वपूर्ण खबरें।
नाथनगर विधानसभा उपचुनाव
नाथनगर विधानसभा उपचुनाव को लेकर 18 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। इनमें से चार उम्मीदवारों के नामांकन पत्र रद कर दिए गए। नामांकन पत्र में गलती के कारण भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) के मनोहर मंडल, भारतीय पार्टी लोकतांत्रिक के अजय कुमार मंडल, निर्दलीय दीपक कुमार, निर्दलीय रणजीत कुमार चौबे का नामांकन पत्र रद किया गया है। अब 14 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं।
एटीएम में रुपये नहीं
नवरात्र शुरू होते ही कुछ इलाकों की एटीएम में कैश की किल्लत शुरू हो गई है। एटीएम में कैश की आपूर्ति नहीं होने से लोगों को पैसे के लिए एक से दूसरे एटीएम का चक्कर लगाना पड़ रहा है। दरअसल,बैंक शाखा के नीचे एटीएम में कैश डालने की जिम्मेदारी शाखा की होती है। बरारी एसबीआइ शाखा के नीचे एटीएम में कई दिनों से कैश की सही से आपूर्ति नहीं होने से शटर लगा हुआ है। इससे आए दिन ग्राहक लौट रहे हैं। चार दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण बुधवार को मौसम साफ हुआ। लोग खरीदारी करने के लिए घर से निकलने लगे हैं।
बच्चा चोरी की अफवाह
बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ द्वारा पिटाई के रोज नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। पूर्व बिहार और कोसी इलाके में अब तक 126 बेगुनाहों की पिटाई हो चुकी है। पिटे गए अधिकांश बुजुर्ग महिलाएं थीं या फिर पुरुष। मानसिक रूप से कमजोर लोग इसके शिकार हुए। पुलिस की लचर कार्रवाई ने भी अफवाह फैलाने वालों का मनोबल बढ़ाया। अब यह समस्या पुलिस के लिए गले का फंदा बन गया है। पुलिस अफवाह को रोक पाने में विफल है। बच्चा चोरी की अफवाह का सबसे ज्यादा असर आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े किशनगंज जिले पर पड़ा है। यहां अफवाह के कारण पिटाई की 24 घटनाएं घटी। दूसरे नंबर पर अररिया और बांका है। इन दोनों जिले में पिटाई की 18-18 घटनाएं हुईं। सुपौल ही एक ऐसा जिला है जहां इस अफवाह का कोई असर नहीं पड़ा। पुलिस पदाधिकारियों का भी मानना है कि व्हाट्सएप के जरिये अफवाह फैलाने वालों को मदद मिली। दरअसल, अफवाह फैलाने वाले लोगों ने बच्चा चोरी का एक फर्जी वीडियो व्हाट्सएप पर डाल दिया था। लोग इस मैसेज पर यकीन कर बेगुनाहों को पिटना शुरू कर दिए। बेगुनाहों की पिटाई का कई वीडियो व्हाट्सएप पर जारी किया गया। परिणाम स्वरूप, इस वर्ष बेगुनाहों की पिटाई की ज्यादा घटनाएं घटी।