पूर्णिया-सहरसा रेलखंड पर टला बड़ा हादसा, चोरों ने पटरी पर बिखेरा तार, पैसेंजर ट्रेन 05225 के लोको पायलट ने दिखाई सूझबूझ
पूर्णिया- सहरसा रेलखंड पर बड़ा हादसा टल गया। यहां हो रहे ट्रेन विद्युतिकरण के काम पर चोरों ने हाथ साफ करने की नियत से ट्रैक पर ही तार बिछा दिया। उधर पैसेंजर ट्रेन 05225 जैसे ही पहुंची इसके लोको पायलट ने स्थिति भांप ली...
संवाद सूत्र, के.नगर (पूर्णिया) : पूर्णिया-सहरसा रेल खंड पर पूर्णिया कोर्ट व केनगर रेलवे स्टेशन के बीच चोरों के उत्पात के कारण एक बार फिर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। रेलखंड पर चल रहे विद्युतीकरण कार्य को लेकर चोरों ने विद्युत तार चोरी के फेर में पटरी पर ही तार बिखेर दिया था। पूर्णिया से सहरसा की ओर जा रही पेसेंजर ट्रेन 05225 के लोको पायलट की सूझबूझ से यह हादसा टल गया। इससे कुछ देर के लिए यात्रियों में अफरातफरी मच गई।
बता दें कि एक सप्ताह पूर्व केनगर रेलवे स्टेशन के समीप भी इसी तरह की घटना घटी थी। कृत्यानंद नगर रेलवे स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर अनुज कुमार ने बताया ट्रेन के विद्युतीकरण के कारण लगाए जा रहे तार को अज्ञात चोर द्वारा काट दिया गया था। जिससे बिजली के तार रेलवे लाइन के ऊपर लटक गया था और कुछ तार पटरी पर भी बिखर गया था।
ट्रेन के चालक ने रेलवे ट्रैक पर बिखरे एवं लटके तार को थोड़ी दूर से ही देख लिया और ट्रेन में ब्रेक लगाकर रोक लिया। बिखरे तार को चालक तथा रेल कर्मियों एवं अन्य लोगों की मदद से हटाया गया एवं ट्रेन का परिचालन प्रारंभ किया गया। बता दें कि पिछले सप्ताह भी कृत्यानंद नगर रेलवे स्टेशन के समीप अज्ञात चोरों ने तार काट लिया था। इससे कोसी एक्सप्रेस काफी देर तक रुकी रही थी।
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कानपुर से मजदूर का शव पहुंचा गांव, स्वजनों में कोहराम
संस,श्रीनगर (पूर्णिया) : खुट्टी हसैली पंचायत के वार्ड नंबर छह में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश कानपुर से मजदूर का शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने बताया कि लखन ऋषि का 45 वर्षीय पुत्र बिनोद ऋषि कानपुर उत्तर प्रदेश अन्य मजदुरों के साथ मजदूरी करने के लिए गया था। बुधवार को सुबह बिनोद शौच करने के लिए रेलवे पटरी के तरफ गया था। इसी दौरान एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से ट्रेन उसकी मौत हो गई। जैसे ही शुक्रवार को मृतक का शव गांव पहुंचा पत्नी व बच्चों में कोहराम मच गया। पत्नी सहित बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों ने मृत मजदूर के स्वजन को सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। पंचायत के पूर्व मुखिया पति प्रमोद महतो, विकास मित्र शिबू ऋषि, संतोष भगत, बीरेन्द्र शर्मा, गिरीश भगत, मुखिया पति एणुल हक ने बताया कि परिवार का वह एकमात्र सहारा था। उसकी मौत से उनके समक्ष बड़ी समस्या आ गई है।