मैडम कर रही थी निरीक्षण, यात्री ट्रेन में चढ़ने को कर रहे थे जद्दोजहद
परदेस लौटने वाले लोगों की भीड़ ट्रेनों में देखी जा रही है। अनारक्षित बोगियों में खड़े होने की भी जगह यात्रियों को नहीं मिल पा रही है।
भागलपुर। होली को समाप्त हुए 12 दिन हो गए। लेकिन परदेश जाने वालों की भीड़ कम नहीं हो रही है। बड़ी संख्या में परदेस लौटने वाले लोगों की भीड़ ट्रेनों में देखी जा रही है। अनारक्षित बोगियों में खड़े होने की भी जगह यात्रियों को नहीं मिल पा रही है। आलम यह है कि यात्री शौचालयों में भी परिवार के साथ बैठकर यात्रा करने को मजबूर हैं। ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ होने के कारण कई परिवार बोगियों में चढ़ पा रहे हैं। घर आए परदेसियों को काम पर लौटने की जल्दी मजबूरी थी। इस कारण स्थिति परिस्थिति को नजरअंदाज करते हुए यात्री भारी मुसीबतों का सामना करने के बावजूद यात्रा कर रहे हैं।
बुधवार की सुबह डीआरएम निरीक्षण करने पहुंची थी। साढ़े दस बजे के पास आनंद विहार टर्मिनल जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर एक पर खड़ी थी। जनरल कोच में चढ़ने के लिए करीब 1000 यात्री स्टेशन पहुंचे थे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे सुरक्षा के जवान तैनात थे। दो बोगियों में किसी तरह सात सौ के आसपास यात्री प्रवेश करते दिखे। वहीं कुछ यात्री गेट पर लटकर तो कई चढ़ने की जद्दोजहद करते दिखे। तीन सौ के करीब यात्री ट्रेन में चढ़ने से वंचित रह गए।
ट्रेन की दो बोगियों जनरल की लगी थी। दोनों में कुल 212 सीटें हैं। 700 के आसपास यात्री जैसे-तैसे ट्रेन में सवार हुए। वहीं, 300 यात्री चढ़ने से वंचित रह गए। सफर नहीं करने पर यात्रियों में गुस्सा था। यात्री राजकुमार, नवगछिया के सुंदर, कहलगाव के विवेक ने बताया कि भीड़ के कारण ट्रेन में नहीं चढ़ सके। सभी फैक्ट्री में काम करते हैं। काम पर पहुंचना जरूरी था। अब गुरुवार को फिर से लाइन में लगकर ट्रेन में सीट का प्रयास किया जाएगा।