बैंककर्मी ही देते हैं अपराधियों को सूचना और लूटे जाते हैं रुपये निकासी को आए बैंक ग्राहक
निकासी की सूचना अपराधियों तक मोबाइल के माध्यम से बैंककर्मी ही पहुंचाते थे।
भागलपुर (जेएनएन)। एसीबीआइ की शाखा से रुपये की निकासी कर घर जाते वक्त बीच रास्ते में बाइक की डिक्की से चार लाख रुपये उड़ाने की घटना का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। साथ ही दो आरोपित गोपालपुर थाना के हरनाथचक निवासी देवी लाल यादव और शहीद टोला निवासी राघव पांडे को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक कट्टा, पांच कारतूस और घटना में प्रयुक्त एक अपाची गाड़ी मिली है। इस घटना में पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। एसपी निधि रानी ने कहा कि जांच में यह सामने आया है कि बैंक से मोटी रकम की निकासी की सूचना अपराधियों तक मोबाइल के माध्यम से बैंककर्मी ही पहुंचाते थे। इसके बाद अपराधी घात लगाकर लूट की घटना को अंजाम देते हैं।
अनुसंधान प्रभावित न हो इस कारण अभी उन बैंककर्मियों के नामों का खुलासा नहीं किया जा रहा है। इस लूटकांड में नयाटोला के एक पंचायत शिक्षक गोविंद हरी का नाम भी सामने आया है। गोविंद नयाटोला स्थित स्कूल में शिक्षक है। .... 19 सितंबर को एसबीआइ की मुख्य शाखा से की थी निकासी एसपी निधि रानी ने बताया कि श्रीपुर निवासी विकास कुमार ने जमीन की खरीद के लिए नवगछिया बाजार स्थित एसबीआइ की मुख्य शाखा से 19 सितंबर को चार लाख रुपये की निकासी की थी। रुपये को अपनी बाइक की डिक्की में रखकर घर वापस लौट रहा था। रास्ते में गणपति होटल के पास सड़क किनारे बाइक खड़ी कर दाल की खरीद करने चला गया। इसी दौरान अपराधी उसकी बाइक की डिक्की में चार लाख रुपये ले भागे थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना में शामिल अपराधियों की पहचान की गई। इस घटना में सात अपराधी शामिल थे। इनमें नयाटोला निवासी कुंदन पासवान, रोशन पासवान, संतोष पासवान, हरनाथचक निवासी निलेश यादव, अमित कुमार हेकल, गोसाईगांव निवासी देवी लाल यादव, नीरज यादव, शहीद टोला निवासी राघव पांडे है। इनमें देवीलाल यादव और राघव पांडे को जीरोमाइल के पास से अपराध की योजना बनाते मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। दोनों के पास से पांच गोलियां, एक मोबाइल, एक कट्टा और अपाची बाइक बरामद किया गया। अपाची मोटरसाइकिल कुंदन कुमार की है। एसपी ने बताया कि इस घटना में गिरफ्तार नीरज यादव के पिता संजय यादव का लंबा आपराधिक इतिहास था, पिछले दिनों कटिहार में पुलिस इनकाउंटर में संजय मारा गया था। देवी लाल यादव भी अररिया से आर्म्स एक्ट में जेल गया था। राघव पांडे भी नवगछिया थाने में दर्ज आर्म्स एक्ट में पहले जेल जा चुका है। बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। ....