भागलपुर के इन 55 सरकारी स्कूलों को देखकर आप कहेंगे यहां तो प्रबंध समिति भी नहीं है
भागलपुर के 55 उच्च विद्यालयों में अब तक नहीं हो सका प्रबंध समिति का गठन। विद्यालय के विकास पर प्रतिकूल असर अधिकारी मौन। 169 विद्यालयों में होना था प्रबंध समिति का गठन। 114 विद्यालय प्रबंध समिति का खाता संचालन हुआ प्रारंभ।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिला में 290 उच्च विद्यालय हैं। उच्च विद्यालयों के शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने, विद्यालयों में अनुशासन बनाए रखने से लेकर विकास कार्य कराने तक की जिम्मेवारी विद्यालय प्रबंध समिति को सौंपी गई है। सरकार की ओर से शिक्षा विभाग को विद्यालय प्रबंध समिति का गठन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर प्रधानाध्यापकों तक ने सरकारी निर्देशों के अनुपालन में दिलचस्पी नहीं दिखाई, तो कई जगहों पर जनप्रतिनिधियों की उदासीनता भी सामने आई। शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित डेडलाइन भी समाप्त हो गया। अब भी जिला के 55 उच्च विद्यालयों में प्रबंध समिति का गठन नहीं किया जा सका है। प्रबंध समिति का गठन नहीं होने के कारण जहां विद्यालयों का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। वहीं, विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में समाज की भागीदारी भी सुनिश्चित नहीं हो पा रही है।
उत्क्रमित विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति ही करेगी कार्य
उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति का गठन नहीं किया गया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा मणिकांत गुप्ता ने कहा कि जिला के 169 उच्च विद्यालयों में ही प्रबंध समिति का गठन किया जाना है। अभी तक 114 विद्यालयों में प्रबंध समिति के खाता का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। इसका स्पष्ट मतलब है कि इन विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति कार्यरत है। शेष 55 विद्यालयों से अब तक विद्यालय प्रबंध समिति के गठन का प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। ऐसे विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को अविलंब प्रबंध समिति का गठन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
विद्यालय प्रबंध समिति के गठन को लेकर शिक्षा विभाग कितना गंभीर है, इसकी कलई उपलब्ध सूची ने ही खोल कर रख दी। विद्यालय प्रबंध समिति को लेकर माध्यमिक शिक्षा के पास उपलब्ध प्रधानाध्यापकों की सूची में कई ऐसे लोगों का नाम दर्ज हैं, जो सेवानिवृत हो गए हैं। कई ने दूसरे को प्रभार सौंप दिया, लेकिन अब भी वे शिक्षा विभाग की नजर में प्रधानाध्यापक हैं।
जिन विद्यालयों में अब तक विद्यालय प्रबंध समिति का गठन नहीं हुआ है, वैसे विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है कि वे अविलंब समिति का गठन कर रिपोर्ट दें। अपने अपने क्षेत्रीय विधायक से संपर्क कर विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक भी आयोजित कराएं। - मणिकांत गुप्ता, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, माध्यमिक शिक्षा भागलपुर