जाम से त्राहिमाम : भागलपुर-हंसडीहा रोड पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार, पैदल चलना भी मुश्किल Bhagalpur News
रविवार रात से ही भागलपुर हंसडीहा मार्ग पर लगा जाम अब तक नहीं हटा है। हालांकि कुछ घंटे के लिए जाम टूटा लेकिन सोमवार सुबह से ही फिर जाम लग गया है।
भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर-हंसडीहा स्टेट हाईवे पर सोमवार को जाम की वजह से 15 घंटे तक आवागमन ठप रहा। लोग जाम से निकल भी नहीं पाया था कि मंगलवार को भी सुबह से जाम लग गया। सुबह पांच बजे से खीरीबांध, बैजानी, पुरैनी जगदीशपुर, संझा, तेरहमाइल सहित कई स्थानों पर जाम लग गया था। सड़क के दोनों ओर कई किलोमीटर तक ट्रकों की लंबी कतार लग गई थी। देर शाम तक जाम की स्थिति जस की तस बनी रही। जाम में सोमवार को भागलपुर के नए कुलपति डॉ. विभाष चंद्र झा भी छह घंटे तक फंसे रहे। कुलपति को सुबह दस बजे प्रशासनिक भवन में योगदान करना था। लेकिन, भागलपुर आने के दौरान पुरैनी के पास जाम में उनकी गाड़ी फंस गई थी। किसी तरह वे तीन बजे प्रशासनिक भवन पहुंचे और योगदान दिया।
मंगलवार को सुबह लगी जाम अब तक जारी है। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। बाइक सवार यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। जाम में बसें फंसी हैं। बस पर सवार यात्रियों का हाल बेहाल है। जाम को हटाने के लिए प्रशासनिक तैयारी की गई, लेकिन वाहनों की लंबी कतार के आगे कुछ नहीं चला। इस बीच रविवार और सोमवार को इस मार्ग पर चलने वाले कांवरियों को काफी परेशानी हुई।
रोज जाम से जूझ रहे लोग
नो इंट्री खत्म होने के बाद जब से दिन में बाइपास होकर ट्रकों के आवागमन को शुरू कराया गया है। तब से हर दिन भागलपुर-हसडीहा रोड पर लोग जाम से जूझ रहे हैं। सबसे ज्यादा जाम जगदीशपुर और खीरीबांध के बीच लगता है। बता दें कि तीन माह पूर्व भागलपुर-हसडीहा स्टेट हाइवे को एनएच का दर्जा मिल चुका है। लेकिन, अबतक पथ निर्माण विभाग द्वारा सड़क एनएच विभाग को स्थानांतरित नहीं किया गया है।
तीन साल भी नहीं चला 85 करोड़ की लागत से बनी सड़क
तीन साल पहले 85 करोड़ की लागत से भागलपुर-हसडीहा के बीच 65 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई गई थी। इसमें जलजमाव से निपटने के लिए मास्टिक एसफाल्ट कराई गई। सड़क का निर्माण पथ निर्माण विभाग, भागलपुर और धोरैया प्रमंडल की देखरेख कराई गई थी। मोजाहिदपुर से जगदीशपुर के बीच भागलपुर प्रमंडल की देखरेख में मुंगेर की निरंजन शर्मा एंड कंपनी ने बनाई थी। 14 किलोमीटर सड़क निर्माण में सोलह करोड़ खर्च हुए थे। लेकिन सड़क तीन साल भी नहीं चली। पांच-छह जगहों पर सड़क धंस गई है। दो किलोमीटर सड़क चलने लायक नहीं है।
लगातार बारिश की वजह से नहीं हो रहा मरम्मत कार्य
पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता अनिल कुमार झा ने कहा बरसात में सरफेश खराब होने से कुछ जगहों पर सड़क धंस गई है। सड़क की मरम्मत भी कराई गई थी। लेकिन, दस दिनों से हो रही लगातार बारिश से सड़क फिर खराब हो गई है।
विक्रमशिला सेतु पर तीन घंटे लगा जाम
विक्रमशिला सेतु पर भी सोमवार और मंगलवार को लगातार जाम लगता रहा। इसके कारण लोगों परेशानी हुई। सुबह दस बजे पाया संख्या 129 के पास पिकअप के खराब होने से विक्रमशिला सेतु पर यातायात प्रभावित हो गया। आगे निकलने की होड़ में वाहन चालक सेतु पर लगे चमकीले डिवाइडर को तोड़कर ओवरटेक करने लगे। इससे जाम और बढ़ गया। सूचना मिलने पर यातायात प्रभारी दारोगा ओमप्रकाश दलबल के साथ पहुंचे। क्रेन से पिकअप को सेतु से हटाया। गाड़ी हटाने में तकरीबन 45 मिनट लगा। दोपहर 12 बजे के बाद सेतु पर गाडिय़ां धीरे-धीरे आगे बढऩे लगी। दोपहर एक बजे के बाद सेतु पर वाहनों का परिचालन सामान्य हुआ। जाम में यातायात डीएसपी आरके झा के रिश्तेदार भी एक घंटे सेतु पर फंसे रहे। पुलिस के अनुसार श्रावणी मेला को लेकर रविवार रात 12 बजे से सोमवार सुबह आठ बजे तक सेतु पर बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक थी। सुबह आठ बजे के बाद अचानक बड़े वाहनों का दबाव बढऩे से भी जाम लगा।
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