पुलिस की धरी रह गई होशियारी... शराब माफिया पहचान छिपा गया जेल Bhagalpur news
12 जनवरी को सिंचाई कॉलोनी में मंदिर परिसर में बने एक टूटे हुए हॉल और कमरे से से 12480 बोतल विदेशी शराब पुलिस ने बरामद की थी। जितेंद्र कुमार सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
भागलपुर, जेएनएन। तिलकामांझी इलाके के फरार शराब तस्कर अभिषेक राठौड़ को अकबरनगर पुलिस ने जानलेवा हमले के आरोप में कुछ दिनों पूर्व जेल भेजा था। उसने अपना नाम अभिषेक सिंह, पिता कर्ण सिंह बताया। इस बात की जानकारी एसएसपी आशीष भारती को हुई। उन्होंने शक होने पर सिटी डीएसपी राजवंश सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा। डीएसपी ने तिलकामांझी इंचार्ज मिथिलेश कुमार से इस बात की जांच कराई तो अभिषेक की होशियारी पकड़ी गई। जांच में पता चला कि अभिषेक राठौड़ उर्फ विक्की ही अभिषेक सिंह हैं। उसके पिता का नाम कर्ण सिंह नहीं बल्कि जितेंद्र सिंह हैं।
जेल जाकर की पहचान
चौकी इंचार्ज और केस के जांचकर्ता जांच के लिए रविवार को शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा पहुंचे। वहां उन्होंने कारा प्रशासन की अनुमति के बाद अभिषेक की पहचान की। अफसरों ने उससे पूछताछ की। तब जानकारी हुई कि उसने अकबरनगर में गिरफ्तारी के बाद अपनी पहचान छिपाई थी, ताकि वह बेल पर आसानी से निकल सके। लेकिन इससे पहले ही एसएसपी को इसकी जानकारी मिल गई, जिससे उसकी होशियारी पकड़ी गई।
आज कोर्ट में रिमांड के लिए दी जाएगी अर्जी
डीएसपी ने तिलकामांझी इंचार्ज को अभिषेक को शराब तस्करी मामले में पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने का निर्देश दिया है। आज उसके रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। बता दें कि 12 जनवरी को सिंचाई कॉलोनी में मंदिर परिसर में बने एक टूटे हुए हॉल और कमरे से से 12480 बोतल विदेशी शराब पुलिस ने बरामद की थी। इस मामले में सिंचाई विभाग के चतुर्थवर्गीय कर्मी जितेंद्र कुमार सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कमरे की चाभी जितेंद्र के पास रही रहती थी। उन्होंने कुबूल किया था कि अभिषेक ने ही शराब की खेप मंगाई थी। अभिषेक पिछले दो माह से फरार चल रहा था।