जमीन विवाद : भागलपुर के जगदीशपुर में दबंगों ने राइफल के बट से युवक को पीट कर मार डाला
भागलपुर के जगदीशपुर इलाके में सेनो पंचायत के मुखिया भैरो यादव ने जमीन विवाद में अपने गोतिया के शेखर यादव को राइफल के कुंदे से बेरहमी से मार डाला। इस घटना के बाद गांव में तनाव है। वहां पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
भागलपुर, जेएनएन। जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कोला नारायणपुर गांव निवासी 30 वर्षीय शेखर यादव की पीट-पीट कर दबंगों ने हत्या कर दी। हत्या के पीछे जमीन विवाद बताया जा रहा है। शेखर को खींच कर राइफल के बट से बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला गया। उसके चेहरे, कमर और उसके निचले भाग में गहरा जख्म लगा है। कमर के नीचे एक छिद्र भी दिखाई दिया है। स्वजन गोली मारे जाने की बात कही है। लेकिन फिलहाल उसकी पुष्टि चिकित्सकों ने नहीं की है। पोस्टमार्टम में सही तस्वीर सामने आ सकेगी। जख्मी शेखर को नाजुक हालत में जवाहर लाल नेहरू अस्पताल लाया गया था जहां अल सुबह शेखर ने दम तोड़ दिया। हत्या को लेकर कोला नारायणपुर में तनाव फैल गया है। आरोपित मुखिया भैरो यादव का आपराधिक इतिहास रहा है। घटना की जानकारी पर जगदीशपुर पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। शेखर के दम टूटने के बाद अस्पताल पहुंच शेखर के पिता प्रदीप यादव का बयान लिया। हत्या को लेकर शेखर के पिता ने कोला निवासी सैनो पंचायत के मुखिया भैरो यादव और उसके सहयोगियों को को आरोपित बनाने का बयान दिया है। थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार शव का पंचनामा करा केस दर्ज करने की कवायद शुरू कर दी है।
शनिवार की शाम से ही लगे थे हत्यारे, मारकर ही दम लिया
शेखर की बहन तोहफा देवी, पिता प्रदीप यादव, मां समेत घर के अन्य सदस्यों ने बताया कि शनिवार की देर शाम से ही हत्यारे लगे हुए थे। ताक में घर के इर्द-गिर्द घूम रहे थे। सब्जी और दवा आदि लेकर शेखर बाइक से पिता प्रदीप यादव और भाई मनीष को लेकर लौट रहा था। छोटी कोला गांव के समीप भैरो यादव ने रोक कर बाप-बेटों को धमकी दी कि जमीन हमारे कब्जे में है तो इधर-उधर नहीं करो। जमीन लिख दो। नहीं लिखे तो सबको मार डालेंगे। भयभीत बाप-बेटे वहां से बाइक स्टार्ट कर जाने लगे तो भैरो मुखिया और उसके सहयोगियों ने मारपीट और गाली-गलौज की। तीनों घर आ गए। उसके बाद देर रात मुखिया और उसके सहयोगियों ने घर से खींच कर शेखर को बेरहमी से पीटा। जमीन पर गिरा कर राइफल के बट से मुखिया भैरो यादव खुद और उसके साथ अन्य लोग पीटते रहे। जब तक शेखर का शरीर निस्तेज नहीं हो गया। सब अपने माथे पर गमछे का मुरेठा बांध रखे थे। भैरो यादव चिल्ला-चिल्ला कर कह रहा था कि उसकी बात नहीं मानने का यही अंजाम होगा। एक-एक कर सबको मार डालूंगा। जमीन अब हमारे कब्जे में है। कागज-पत्तर लेकर इधर-उधर जो करेगा उसे मार डालेंगे। शेखर को बेरहमी से पीट कर निस्तेज शरीर छोड़ आरोपित वहां से चले गए। शेखर को लेकर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल लाया गया। जहां उसे चिकित्सक नहीं बचा सके।
15 दिन पूर्व छोटे भाई मनीष की कर दी थी पिटाई, हाथ की टूटी थी हड्डी
भैरो यादव 15 दिन पूर्व शेखर के छोटे भाई मनीष यादव को रास्ते में रोक कर बेरहमी से पीटा था। तब उसे हाथ की हड्डी टूट गई थी। उसकी मां को भी भैरो ने बचाने के दौरान मारपीट कर जख्मी कर दिया था। घर वाले दहशत में जी रहे थे।
डेढ़ बीघा जमीन की है लड़ाई
गोतियारी की डेढ़ बीघा जमीन को लेकर भैरो यादव और शेखर के पिता प्रदीप यादव में विवाद चल रहा है। प्रदीप का आरोप है कि उनके हिस्से की 15 क_ा जमीन भैरो यादव अपने कब्जे में ले रखा है। उसकी फसल भी वही खाता है। बेटा शेखर इसको लेकर अर्जी देना शुरू कर दिया था। इससे भैरो खफा था। वह दवाब बना रहा था कि किसी तरह जमीन वह उसे दे दे। उसे रास्ता नहीं है। लेकिन हम अपने हिस्से की जमीन उसे कैसे लिख देते। इसी को लेकर वह हमेशा हत्या कर देने की धमकी देता था। इधर जगदीशपुर पुलिस आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर शीघ्र गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है। गांव में दो पक्षों में तनाव कायम हो गया है। एसएसपी आशीष भारती ने आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार करने का निर्देश थानाध्यक्ष को दिया है।