लालू हत्याकांड मुंगेर : 10 दिनों से चल रही थी प्लानिंग, बादल ने रची थी साजिश, गिरफ्तार आरोपित ने उगले कई राज
लालू हत्याकांड मुंगेर सात अगस्त की रात में हुई थी हत्या। पुलिस ने एक नामजद आरोपित विकास को दबोचा बाइक बरामद। पांच नामजद और चार अज्ञात पर दर्ज हुआ था हत्या का मुकदमा। लालू को पांच गोलियां मारी गई थी।
संवाद सहयोगी, मुंगेर। मुंगेर जिले के नया रामनगर थाना क्षेत्र के रामनगर मोर्चा में रविवार की रात हुई मोहन गुप्ता उर्फ लालू की हत्या मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। हत्या में शामिल जमालपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर निवासी विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हुए बाइक को भी बरामद किया। हत्याकांड में फरार चार और नामजद और अज्ञात की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। लालू छोटे भाई राकी हत्याकांड का गवाह था। राकी हत्याकांड का नामजद आकाश और गौरव को बचाने के लिए आकाश के भाई बादल ने खूनी साजिश रची थी। 10 दिनों से लालू की रेकी किया जा रहा था, रविवार की रात बदमाश अपने मनसूबे में कामयाब हुए। एसडीपीओ नंदजी प्रसाद ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीआइयू और नया रामनगर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। घटना के 12 घंटे के अंदर ही हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया गया था। घटना में शामिल विकास कुमार को पहले गिरफ्तार किया गया। इस हत्याकांड में विकास के अलावा रामनगर मोर्चा का बादल तांती, चंदनपुरा का सूरज कुमार, दौलतपुर का विजय कुमार उर्फ लफ्फू और गौरीपुर का फेकू मिश्रा शामिल है। सभी लोगों ने घात लगाकर लालू की हत्या की थी।
जिले के अलावा पश्चिम बंगाल में दर्ज है केस
एसडीपीओ नंदजी प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश विकास कुमार पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। धरहरा थाना, वासुदेवपुर ओपी के अलावा पश्चिम बंगाल के आसनसोल में आम्र्स एक्ट के मामले में विकास जेल गया है। एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान विकास ने कई जानकारियां दी है। विकास से मिले इनपुट पर पुलिस काम कर रही है। हत्या में शामिल फरार बदमाशों की गिरफ्तारी भी जल्द होगी।
निर्मम तरीके से की थी हत्या
रविवार की रात लालू पत्नी को डाक्टर के पास से इलाज कराकर लौट रहा था। इस बीच रामनगर गांव स्थित स्कूल के पास बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जब तक लालू की सांस नहीं रूकी तब-तब बदमाश गोलियां चलाते रहे। एक-एक कर पांच गोलियां लालू के शरीर में उतार दी थी। बदमाशों ने लालू की पेट में चार और एक गोली कनपटी में मारी थी। हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की बरामदगी नहीं हुई है।
भाई को बचाने के लिए बादल ने उठाया कदम
छोटे भाई राकी तांती हत्याकांड में लालू ही गवाह था। इस मामले में सात लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया था। इसमें एक ही परिवार के तीन लोग नामजद हैं। आकाश, गौरव और लालू। आकाश जेल में है। गोरख जमानत पर है और तीसरे आरोपित लालू पिता परशुराम तांती की जेल में ही मौत हो गई थी। कुंदन, चंदन, दिनेश तांती व सीता देवी को भी नामजद आरोपित बनाया गया था। सभी फरार चल रहे हैं। बादल अपने भाई आकाश और गौरव को इस हत्याकांड से बचाना चाहता था।
चारों फरार आरोपितों का मिला क्लू
पुलिस का दावा है कि घटना में शामिल विकास के अलावा चार अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस को सभी फरार बदमाशों के बारे में विकास से क्लू मिला है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले में नामजद आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस गुप्त रूप से काम कर रही है।