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सृजन घोटाला : कुमार अनुज की Harley Davidson बाइक के लोन में गारंटर थी प्रिया

कुमार अनुज ने सृजन संस्था से लोन के द्वारा हार्ले डेविडसन बाइक खरीदी थी। लोन में सृजन की सचिव मनोरमा देवी की बहू प्रिया कुमार गारंटर थीं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 21 Mar 2019 01:15 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 10:07 AM (IST)
सृजन घोटाला : कुमार अनुज की Harley Davidson बाइक के लोन में गारंटर थी प्रिया
सृजन घोटाला : कुमार अनुज की Harley Davidson बाइक के लोन में गारंटर थी प्रिया

भागलपुर [जेएनएन]। पूर्व एसडीओ कुमार अनुज के विरुद्ध शिकायत और आरोपों का जवाब नए फार्मेट में सामान्य प्रशासन को भेजा गया है। पूर्व एसडीओ पर कई आरोप पत्र गठित हुए हैं। सामान्य प्रशासन ने आरोप पत्र दाखिल करने के लिए नया फार्मेट जारी किया था।

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मानवाधिकार मंच और सत्यदीप कुमार सत्य ने कुमार अनुज के द्वारा सृजन संस्था से लोन के द्वारा ली गई हार्ले डेविडसन बाइक की खरीद पर सवाल खड़ा करते हुए शिकायत किया है। शिकायत में कहा गया है कि बाइक की खरीद में सृजन संस्था से लोन लिया गया था। लोन में सृजन की सचिव मनोरमा देवी की बहू प्रिया कुमार गारंटर थीं। शिकायत पत्र में कहा गया है कि वर्ष 15-16 में अपनी पत्नी दिव्या के नाम कोई शेयर संपत्ति के ब्यौरा में दाखिल नहीं किया गया था जबकि कंपनी 29 जुलाई 2014 से अस्तित्व में है।

वर्ष 15-16 में दाखिल संपत्ति की विवरणी में इसे छिपाने का भी आरोप है। आरोप यह है कि खरीदी गई बाइक जिसका ऋण कोलकाता की एक एजेंसी से लिया गया है। जिस क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी से ऋण दिखाया गया है, उसका नाम वास्तव में सृजन संस्था है। जिस पर हजारों करोड़ की सरकारी राशि के गबन का आरोप है। बाइक का प्रयोग कौन सी कंपनी अपना व्यापार करने के लिए कर सकती है, इस पर भी सवाल उठाया गया है।

आरोप लगाया गया है कि सरकारी राशि को सृजन से ऋण के रुप में पूर्व एसडीओ की पत्नी के नाम से दिलवाया गया। पूर्व एसडीओ ने बाइक दिव्यांस रेपरोकेयर कंपनी के नाम पर खरीदी एवं उसका प्रयोग खुद किया। पत्नी दिव्या सृजन संस्था की सदस्य थीं जो कि गैर कानूनी है। बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी किसी राष्ट्रीयकृत बैंक से बाइक की खरीद के लिए ऋण ले सकते थे।

कहा गया कि पूर्व एसडीओ की पत्नी के द्वारा लिए गए ऋण का एक भी किश्त जमा नहीं किया गया। ऋण की जो गारंटर थीं वह पुलिस की नजर में फरार हैं। शिकायत में मंच ने कई फोटो भी सरकार को भेजा है जिसमें सृजन संस्था के लोगों के साथ घनिष्ठ संबंध दिखाया गया है। पूर्व एसडीओ बागवाड़ी में दुकान आवंटन मामले में फंसे हैं। उनके विरुद्ध निगरानी जांच भी चल रही है।


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