एक अप्रैल के दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए करना होगा ऑनलाइन आवेदन, इन कागजातों की होगी जरूरत
एक अप्रैल से दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेन करना होगा। इसके लिए नियम में बदलाव किया जा रहा है। यह प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सरकारी दफ़तारों का चक्कर नहीं लगाना होगा।
जागरण संवाददाता, किशनगंज। दिव्यांगजनों का अब केवल ऑनलाइन प्रमाण पत्र बनाया जाएगा। एक अप्रैल 2021 से दिव्यांगता प्रमाण पत्र(यूडीआइडी) या डुप्लिकेट प्रमाण पत्र ऑफलाइन नहीं बनाए जाएंगे। इसके लिए सभी पुराने दिव्यांगता प्रमाण का सत्यापन कराया जा रहा है। इसे लेकर दिव्यांगजन सशक्तीकरण निदेशालय के निदेशक के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने संयुक्तादेश जारी किया है। जिसमें 28 जनवरी से 28 फरवरी तक पुराने दिव्यांगता प्रमाण पत्र का सत्यापन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
विभागीय निर्देश पर ऑनलाइन दिव्यांगता प्रमाण पत्र (यूडीआइडी) कार्ड के सत्यापन के लिए जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने प्रखंडवार शिविर लगाने का आदेश जारी किया है। सभी सात प्रखंडों में विशेष शिविर आयोजन के लिए तिथि निर्धारित किया गया है। विशेष शिविर में पुराने दिव्यांगता प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन सत्यापन करते हुए सभी लाभुकों को यूडीआइडी कार्ड निर्गत किया जाएगा। प्रत्येक प्रखंड में दो दिन शिविर लगाए जाएंगे। जिसमें किशनगंज प्रखंड में 3-4 फरवरी को, कोचाधामन प्रखंड में 5-6 फरवरी को व बहादुरगंज प्रखंड में 10-11 फरवरी को शिविर लगाया जाएगा। इसी तरह दिघलबैंक प्रखंड में 12-13 फरवरी को, टेढ़ागाछ प्रखंड में 17-18 फरवरी को, पोठिया प्रखंड में 19-20 फरवरी को और ठाकुरगंज प्रखंड में 24-25 फरवरी को शिविर लगाकर यूडीआइडी निर्गत किया जाएगा। उक्त तिथियों को प्रखंड परिसर में आयोजित विशेष शिविर में प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए आधार कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो व आवासीय प्रमाण पत्र लाना अनिवार्य किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जारी पत्र के अनुसार इस संबंध में लाभुकों को संबंधित प्रखंड के बीडीओ और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विस्तृत जानकारी देंगे।
कार्यालय का नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद से दिव्यांगजनों को कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। उन्हें आसानी से प्रमाण पत्र उपलब्ध हो जाएगा। अभी दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र के लिए कई तरह की परेशानी का सामान करना पड़ रहा है?