खगड़िया में 130 सालों से सज रहा अखाड़ा
गोशाला परिसर में लगातार 130 वर्षों से अखाड़ा सजता आ रहा है।
खगड़िया (निर्भय)। खगड़िया जिले में आज भी कुश्ती-पहलवानी का हुनर जिंदा है। यहां के गोशाला परिसर में लगातार 130 वर्षों से अखाड़ा सजता आ रहा है। उसमें सूबे के पहलवानों के साथ यूपी, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों के पहलवान दो-दो हाथ आजमा कर कुश्ती के बारीक दांव-पेंच दिखाकर हजारों दर्शकों को दांतों तले अंगुली दबाने का विवश कर देते हैं। प्रतियोगिता के विजेता पहलवानों को दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच चांदी का मुकुट देकर सम्मानित किया जाता है। कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए यहां महिला वर्ग की कुश्ती का भी मुकाबला होता है। उनकी कुश्ती कला को देखने सूबे भर से हजारों दर्शक यहां पहुंचते हैं। 17 नवंबर को होगा पांच दिवसीय कुश्ती प्रतियोगिता का आगाज
खगड़िया के सन्हौली स्थित श्रीकेसरी नंदन व्यायामशाला दंगल संचालन समिति की ओर से विराट दंगल का शुभारंभ यहां 17 नवंबर को होगा। गोशाला परिसर में बने अखाड़े पर 17 से 21 नवंबर तक विभिन्न राज्यों से आए पहलवान अपने दांव-पेंच से दर्शकों को अचंभित करेंगे। विजेता पहलवानों को चांदी का मुकुट देकर सम्मानित किया जाएगा। इस वर्ष कई दिग्गज पहलवान इस पांच दिवसीय कुश्ती प्रतियोगिता में शिरकत कर रहे हैं।
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महिला वर्ग कुश्ती का भी होगा मुकाबला
पुरुष वर्ग के साथ-साथ यहां महिला वर्ग की कुश्ती का भी मुकाबला होगा। पुरुष वर्ग में राम उदगार पहलवान, सिराज पहलवान, वकतव पहलवान, निरंजन पहलवान (सभी खगड़िया), डब्लू पहलवान (बेगूसराय), हारुण पहलवान(बांका) समेत अजय पहलवान (गोरखपुर) आदि शिरकत कर रहे हैं। जबकि महिला वर्ग में सपना (दिल्ली), पूजा (पंजाब), माधवी (हरियाणा) व पूजा द्वितीय (गया) अखाड़ा में उतरेंगी। श्रीकेसरी नंदन व्यायामशाला दंगल संचालन समिति के उदघोषक कृष्णमोहन ¨सह 'मुन्ना' ने बताया कि इन पहलवानों के आने की स्वीकृति मिल चुकी है।
इस प्रतियोगिता की खासियत
छठ पर्व के बाद प्रतिवर्ष स्थानीय गोशाला समिति के प्रांगण में अखाड़ा लगता है। इस बार का अखाड़ा 130वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। बीते एक दशक से यहां महिला कुश्ती का भी आयोजन किया जा रहा है। इतना ही नहीं इस प्रतियोगिता में महिला व पुरुष पहलवानों का भी मुकाबला होता है। उसे देखने सूबे भर के हजारों लोगों की भीड़ जुटती हैं।
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पहलवानों को मिलता है मेहमान सा सम्मान
पहलवानों को स्थानीय लोग अपने घर पर ही ठहराते हैं। वे उन्हें पाहुन(अतिथि) सा सम्मान देते हैं। स्थानीय विधान पार्षद सोनेलाल मेहता के प्रयास से दंगल के मंच और अखाड़े का जीर्णोद्धार कार्य जारी है।
कोट
' श्रीकेसरी नंदन व्यायामशाला की ओर से गोशाला मेला के अवसर पर प्रतिवर्ष खगड़िया में दंगल का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष 130वां दंगल होगा। दर्जनों पहलवानों ने आने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह बिहार का प्रमुख दंगल है।'
- कृष्णमोहन ¨सह 'मुन्ना,' उदघोषक, श्रीकेसरी नंदन व्यायामशाला दंगल संचालन समिति।