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कमजोर विपक्षी एकता के कारण बेगूसराय हार गए कन्हैया

भाजपा ने ध्रूवीकरण के चलते विपक्ष को करारी हार दी है। वहीं विपक्षी नेता भी अपनी एकजुटता नहीं दिखा सके। विपक्ष और वामपंथ को चुनाव नतीजे के बाद उम्मीद से ज्यादा नुकसान हुआ है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 03 Jun 2019 01:10 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2019 09:55 AM (IST)
कमजोर विपक्षी एकता के कारण बेगूसराय हार गए कन्हैया
कमजोर विपक्षी एकता के कारण बेगूसराय हार गए कन्हैया

भागलपुर [जेएनएन]। कमजोर विपक्षी एकता और महागठबंधन के प्रचार प्रसार में कमी के कारण भाजपा गठबंधन देश में दोबारा सरकार बनाने में सक्षम हुआ। एक ओर भाजपा जहां वोटों के ध्रूवीकरण में सक्षम रही, वहीं विपक्ष सरकार को जनहित के सवालों पर नहीं घेर सका। उक्त बातें सुल्तानगंज में आयोजित प्रेस वार्ता में सीपीआइएम बिहार के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहीं।

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बेगूसराय में इस बार कन्हैया कुमार ने मजबूती से अपनी उम्मीदवारी सामने रखी थी लेकिन महागठबंधन और राजद ने दी अपना प्रत्याशी उतारकर भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम किया। बिहार में महागठबंधन में लेफ्ट पार्टी को दरकिनार किया गया। बिहार में लेफ्ट का भी अपना एक जनाधार है। अब जनता जात और जमात पर मतदान नहीं करती। बेगूसराय में एक बड़ा तबका कन्हैया को हराना चाहता था। प्रत्यक्ष रूप से महागठबंधन कन्हैया के खिलाफ प्रचार प्रसार किया देश में ईवीएम का मुद्दा बड़े पैमाने पर उठाया जा रहा है यह जांच का विषय है अगर जनता और राजनीतिक दल नहीं चाहते कि इस पर सरकार और माननीय न्यायालय को विचार विमर्श करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बिहार में अब सीपीआइएम संगठन मजबूती पर जोर दे रहा है। 2019 के परिणाम चौंकाने वाले हैं। भाजपा ने ध्रूवीकरण के चलते विपक्ष को करारी हार दी है। वहीं विपक्षी नेता भी अपनी एकजुटता नहीं दिखा सके। विपक्ष और वामपंथ को चुनाव नतीजे के बाद उम्मीद से ज्यादा नुकसान हुआ है। हम अपनी हार और कमजोरी का विश्लेषण कर रहे हैं। हम अपनी कमजोरी को चिन्हित कर अपनी दावेदारी मजबूती से पेश करेंगे। हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है जिससे हमें लडऩा है। 45 वर्ष में बेरोजगारी चरम पर है किसानों की हालत में सुधार नहीं हुई। वहीं बिहार में नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना फेल कर गई है। नीतीश कुमार हर घर में नल जल देने की बात कह रहे हैं और बिहार में जल संकट व्याप्त है। जल संकट को बिहार में सीपीआइएम राज्यव्यापी मुद्दा बनाकर कड़ी लड़ाई लडऩे के मूड में है। हम लोग दो एजेंडे पर काम कर रहे हैं। सात निश्चय योजना में जो भ्रष्टाचार व्याप्त है उसकी जांच हो। वहीं राज्य में पानी की किल्लत सरकार अविलंब दूर हो। रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता मुख्य रूप से सीपीआइएम बिहार के राज्य सचिव सह केंद्रीय कमेटी सदस्य अवधेश कुमार, भागलपुर जिला सचिव दशरथ शाह सुल्तानगंज लोकल कमेटी के सुभाष तांती, जिला कमेटी सदस्य मनोहर मंडल, विनोद मंडल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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