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JLNMCH : मस्तिष्क संबंधी मरीजों को जांच के लिए अब नहीं जाना होगा बाहर Bhagalpur News

जेएलएनएमसीएच में कोसी सीमांचल पूर्वी बिहार और झारखंड से भी मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। रोजना आउटडोर में 100 से 150 मरीज मस्तिष्क बीमारी से पीड़ित होते हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 01:15 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 01:15 PM (IST)
JLNMCH : मस्तिष्क संबंधी मरीजों को जांच के लिए अब नहीं जाना होगा बाहर Bhagalpur News
JLNMCH : मस्तिष्क संबंधी मरीजों को जांच के लिए अब नहीं जाना होगा बाहर Bhagalpur News

भागलपुर, जेएनएन। अस्पताल में ईईजी (इलेक्ट्रो इन्सेफलोग्राम) मशीन उपलब्ध करा दी गई है। बिहार सर्विस मेडिकल कॉरपोरेशन की ओर से उपलब्ध कराई मशीन को इंस्टॉल करने में 10 दिनों का समय लगेगा। दरअसल, जेएलएनएमसीएच में कोसी, सीमांचल, पूर्वी बिहार और झारखंड से भी मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। रोजना आउटडोर में 100 से 150 मरीज मस्तिष्क बीमारी से पीड़ित होते हैं। ऐसे में इन मरीजों का ईईजी जांच के लिए पटना, सिलीगुड़ी या निजी नर्सिग होम जाना पड़ता है। लेकिन, अब यहां यह सुविधा शुरू होने से इन्हें काफी राहत मिलेगी।

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कम शुल्क में होगी जांच : यह मशीन पीपीपी मोड के तहत काम करेगा। अभी इसका शुल्क निर्धारित नहीं किया गया है। पर, निजी नर्सिग होम में लगने वाले 1000, 1200 की अपेक्षा आधे से भी कम होगा। अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने बताया कि ईईजी मशीन से मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। मशीन से मरीज का टेस्ट करने के लिए 20 मिनट का समय लगेगा, उस ग्राफ से मरीज की बीमारी की प्रतिशत पता चलेगा। दिमाग के रोगी ईईजी प्राइवेट लैब और दूसरे अस्पताल में जाकर कराते हैं।


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