BANKA LS Seat : मोदी लहर के आगे नहीं चला कोई फैक्टर, गिरिधारी ने जयप्रकाश और पुतुल को हराया
यहां से मुख्य मुकाबले के तीनों प्रत्याशी पूर्व में यहां से सांसद रह चुके हैं। गिरिधारी ने इस जीत के साथ बांका तीसरी बार सांसद बन गये हैं। वे बांका से छठी बार चुनाव लड़ रहे थे।
बांका [जेएनएन]। बांका संसदीय सीट पर इस बार मोदी लहर साफ-साफ दिखा है। जदयू उम्मीदवार एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी गिरिधारी यादव यहां से लगभग एक लाख 66 हजार 597 वोट से जीत गए। यहां से मौजूदा सांसद और राजद प्रत्याशी जयप्रकाश नारायण यादव बांका से चुनाव हार गये हैं। मुकाबले में तीसरा स्थान भाजपा की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व सांसद पुतुल कुमारी तीसरे स्थान पर रही। जदयू प्रत्याशी गिरिधारी यादव को चार लाख पांच हजार 894 वोट मिले। जबकि निवर्तमान सांसद राजद प्रत्याशी जयप्रकाश नारायण यादव को दो लाख 39 हजार 297 मत प्राप्त हुए।
पुतुल कुमारी को एनडीए ने अपना उम्मीदवार नहीं बनाया तो वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में थी। उम्मीद थी कि वह एनडीए वोट बैंक का बड़ा हिस्सा अपने पक्ष में कर परिणाम में उलट फेर करेगी। लेकिन, मैदान में उनके कमजोर होने से जदयू प्रत्याशी की राह आसान हो गयी। इस मुकाबले के 17 अन्य प्रत्याशी और नोटा को भी वोट का बड़ा हिस्सा हाथ लगा है।
दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान के दौरान बांका के 17 लाख मतदाता में 10 लाख ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जिसकी गिनती का काम गुरुवार सुबह आठ बजे से शहर के पीबीएस कॉलेज में शुरू की गई। इसके लिए वहां कड़ा सुरक्षा इंतजाम किया गया था। विधान सभा वार गिनती को देंखे तो सभी छह विधानसभा क्षेत्र में जदयू प्रत्याशी का बढिय़ा प्रदर्शन रहा। शुरुआती गिनती में बेलहर से राजद प्रत्याशी और अमरपुर से निर्दलीय पुतुल कुमारी को जरूर कुछ बढ़त दिखी। लेकिन, वह अधिक टिकाउ नहीं हो सका।
बांका सीट में मुख्य मुकाबले के तीनों प्रत्याशी पूर्व में इस सीट से सांसद रह चुके हैं। गिरिधारी यादव ने इस जीत के साथ बांका तीसरी बार सांसद बन गये हैं। वे बांका सीट से लोकसभा का छठा चुनाव लड़ रहे थे। इसके साथ ही पहली पर जदयू बांका सीट जीतने में कामयाब होगी। इसके पहले जदयू के पूर्व संस्करण समता पार्टी से दिग्विजय सिंह चुनाव जीते थे। लेकिन, 2009 में जदयू से बेटिकट होने पर वे निर्दलीय मैदान में उतर चुनाव जीते। इसके बाद 2010 में उनकी पत्नी पुतुल कुमारी भी निर्दलीय चुनाव जीती। इसके बाद 2014 में राजद से जयप्रकाश यादव पहली बार इस सीट से जीते थे। लेकिन, मोदी लहर में उनकी नैया भी अबकी डूब गयी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप