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फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल दो गुरुजी पर हुई बड़ी कार्रवाई, एक ही विद्यालय के हैं दोनों शिक्षक

जांच में इंटर का अंक पत्र व प्रमाणपत्र पाया गया फर्जी। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना द्वारा कराया गया मुकदमा दर्ज। 2006 में दोनों शिक्षक ने अवैध तरीके से कराया था नियोजन। लगाया गया 420 /467 /468 /471 /120 बी धारा।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 11:40 AM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 11:40 AM (IST)
फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल दो गुरुजी पर हुई बड़ी कार्रवाई, एक ही विद्यालय के हैं दोनों शिक्षक
उत्क्रमित मध्य विद्यालय गणेश नवादा के हैं दोनों शिक्षक

जमुई [अंजुम आलम]। सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गणेश नवादा के दो गुरुजी अर्जुन यादव और भोला प्रसाद यादव फर्जी प्रमाण पत्र के हेर फेर में फंस गए हैं। अबकी बार तो तलवार गुरुजी के गर्दन में धंस चुकी है। अब उनकी नौकरी तलवार की नोख पर आ गई है। हालांकि इतनी बड़ी कार्रवाई के बाद भी अब तक दोनों शिक्षक को इसकी भनक भी नहीं लगी है। दोनों शिक्षक 25 जनवरी यानि सोमवार तक स्कूल में हाज़िर रहे हैं। बता दें कि उच्च न्यायालय पटना के आदेश के बाद पुलिस अधीक्षक निगरानी अन्वेषण पटना द्वारा जांच टीम गठित कर शिक्षकों के शैक्षिणिक प्रमाणपत्रों की जांच करने का निर्देश दिया गया था। जांच में पाया गया है कि जमुई प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गणेश नवादा में नियोजित शिक्षक अमरथ गांव निवासी पेरू यादव के पुत्र अर्जुन यादव और जानकी यादव के पुत्र भोला प्रसाद यादव फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर आपराधिक षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी से शिक्षक के पद पर अवैध रूप से नियोजन प्राप्त किया है, जो एक संगीन अपराध है। हालांकि आवेदन में निगरानी विभाग द्वारा यह दावा किया गया है कि इसके अलावा फर्जी प्रमाणपत्र के नियोजन में जिले के कई अन्य शिक्षकों की भी संलिप्तता अनुसंधान के क्रम में उजागर हो सकती है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के पुलिस निरीक्षक प्रमोद कुमार द्वारा अर्जुन यादव और भोला प्रसाद यादव सहित अन्य के विरुद्ध धारा 420 /467 /468 /471 /120 बी भादवी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान करने की बात कही गई है।

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एक के बाद एक आएगी सबकी बारी

अभी तो जांच शुरू ही हुई है। शुरुआती दौर में ही दो गुरुजी फर्जी चिन्हित कर लिए गए।अभी तो सबकी बारी आना बाकी है। हालांकि जिले भर के विभिन्न विद्यालयों में फर्जी प्रमाणपत्र पर अवैध तरीके से नियोजित करने की भनक निगरानी विभाग को लग गई है। जिस वजह से कई फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई की गाज गिरने वाली है। बता दें कि इशारों में ही निगरानी विभाग ने साफ कर दिया है कि फर्जी शिक्षकों की अब खैर नहीं है। वे किसी भी हाल में बख्शे नहीं जायेंगे। अवैध तरीके से फर्जी प्रमाणपत्र पर नियोजन करवा कर आराम फरमाने वाले शिक्षक घर वापसी की तैयारी कर लें अन्यथा कहीं लागत से अधिक रकम न चुकाना पड़ जाए।

जांच में दो शिक्षकों के फर्जी प्रमाणपत्र की पुष्टि हुई है। जिनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले अन्य शिक्षकों पर भी कार्रवाई की जाएगी। जिले भर के शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की तहक़ीक़ात की जा रही है। फर्जी शिक्षक किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे। - प्रमोद कुमार, पुलिस निरीक्षक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना

मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। चिट्ठी आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। - रवि कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई

मामले की जानकारी फिलहाल मुझे नहीं है। इस संबंध में विभाग द्वारा किसी प्रकार का निर्देश भी नहीं मिला है। विभाग द्वारा निर्देश के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। - इनमुल होदा, प्रधानाध्यापक, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गणेश नवादा

फर्जी प्रमाणपत्र पर दो शिक्षक के नौकरी करने मामले में निगरानी विभाग द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले का अनुसंधान किया जा रहा है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। -  चंदन कुमार, टाउन थानाध्यक्ष, जमुई


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