जमुई समाचार: कोडरमा के मोनू के हत्यारे पकड़े गए, मुख्य शूटर समेत चार की हुई गिरफ्तारी
जमुई समाचार- जिले में बीते दिनों जंगल में एक वाहन से कोडरमा के मोनू का शव बरामद किया गया था। उसे गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।
संवाद सहयोगी, जमुई: कोडरमा जिला के डोमचांच निवासी मोनू हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य शूटर सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक डा शौर्य सुमन ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में प्रेसवार्ता कर बताया कि घटना में पुलिस पहले ही मृतक की बहन के ससुर गिरिडीह जिला के तीसरी निवासी दशरथ साव तथा उसके पुत्र सूर्यदेव कुमार को गिरफ्तार कर चुकी है। तकनीकी अनुसंधान एवं मृतक द्वारा घटना से पूर्व वायरल किए गए वीडियो के आधार पर सीतामढ़ी जिला अंतर्गत बथनाहा थाना क्षेत्र निवासी राज किशोर पासवान की शिनाख्त की गई, जो दशरथ साव के घर पर रहकर पार्टनरशिप पर कौशल विकास केंद्र का संचालन करता था।
मृतक मोनू अपने बहन के ससुर दशरथ साव के साथ प्रापर्टी को लेकर अक्सर अपनी बहन का पक्ष लेकर बातचीत करता था, जिसे लेकर कई बार लड़ाई झगड़ा हुआ था। इसी आक्रोश में आकर दशरथ साव ने मोनू की हत्या की सुपारी राजकिशोर पासवान को दी तथा राजकिशोर ने अपने ससुराल चरकापत्थर थाना क्षेत्र के मरियम पहाड़ी में अपने साला थामस मरांडी के सहयोग से डेढ़ लाख रुपये में उसकी हत्या की रणनीति बनाई तथा तीन अन्य गुर्गे अमजद अंसारी, सोबराती एवं रिजवान को इस प्लान में शामिल किया।
बीते 24 सितंबर को तीन बजे के करीब राज किशोर पासवान तिलैया से झांसे में लेकर मोनू कुमार की स्कोर्पियो भाड़े पर बुक किया तथा उसे चरकापत्थर ले आया। जहां से यह चारों गुर्गे मरियम पहाड़ी के पास मोनू कुमार की गाड़ी में सवार हो गए और देर रात बरमसिया जंगल में मूत्र त्याग के बहाने उसकी गाड़ी रुकवा कर कनपट्टी में दो गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए थामस मरांडी, बबलू राय, अमजद अंसारी एवं सोबराती मियां को अवैध हथियार एवं छह जिंदा कारतूस तथा घटना के क्रम में उपयोग किए गए मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से 33 हजार रुपया भी बरामद किया है। छापेमारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डा राकेश कुमार, खैरा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान, गरही थानाध्यक्ष संजीत कुमार, चरकापत्थर थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार तथा तकनीकी शाखा के कर्मी शामिल थे।