Jagadhatri puja 2021: आज विराजेंगी मां जगधात्री, अक्षय नवमी पर क्यों मनाया जाता है यह उत्सव, जानें इसका महत्व
Jagadhatri puja 2021 आज रात माता जगधात्री पूजा पंडालों में विराजेंगी। सिल्क सिटी के कटहलबाड़ी दुर्गाबाड़ी समेत अन्य स्थानों पर प्रतिमा स्थातिप कर पूजा अर्चना की जाएगी। यह पर्व दुर्गा नवमी के एक माह बाद होता है इसके पीछे मान्यता ये हैं कि...
संवाद सहयोगी, भागलपुर। कालीबाड़ी-दुर्गाबाड़ी में मां जगधात्री देवी की प्रतिमा शुक्रवार की देर शाम में स्थापित की जाएगी। मां जगधात्री देवी मां दुर्गा की ही रूप मानी जाती हैं। यह पर्व दुर्गा नवमी के एक माह बाद होता है। दुर्गाबाड़ी पूजा समिति के सचिव सुब्रतो मोइत्रा ने बताया कि इस बार महिला के हाथों में पूजा की कमान होगी।
-आज रात विराजेंगी मां जगधात्री देवी, लोगों में उत्साह का दिख रहा माहौल
- शहर के दुर्गाबाड़ी और कालीबाड़ी सहित कई अन्य जगहों पर होगी विशेष पूजा
-ईख, केला की दी जाएगी बलि, खिचड़ी, चटनी, खीर, मिठाई का लगेगा भोग
शुक्रवार की शाम छह बजे मां जगधात्री देवी की प्रतिमा स्थापित होगी। शनिवार की सुबह सप्तमी पूजा 10:30 बजे तक रहेगी। उसके बाद पुष्पांजलि भोग ईख, कुम्हड़, केला की बलि दी जाएगी। खिचड़ी के साथ पांच प्रकार के भाजी, दो तरह की सब्जियां, चटनी,खीर, मिठाई का भोग लगाया जाएगा। 10:30 बजे के बाद अष्टमी पूजा शुरू होगी और एक बजे समाप्त होगी। अष्टमी का भोग पुलाव, पनीर, चने का दाल, खीर, मिठाई, आलू-गोभी की सब्जी से लगेगा।
नवमी पूजा शाम 4:00 बजे से होगी। नवमी पर भोग में खिचड़ी सब्जी लगाया जाएगा। पूजा की तैयारी में मेढ़पति अनिता दास, गौरी राय, शिप्रा मोइत्रा, नूपुर सरखेल, अनीता चटर्जी, बेबी राय, सुषमा शानी, नमिता पाल, तापसी मुखर्जी, बाबी देवनाथ आदि लगे हुए हैं। कालीबाड़ी पूजा समिति के महासचिव बिलास कुमार बागची ने बताया कि शुक्रवार की शाम आठ बजे प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
पूजा शनिवार को किया जाएगा। इसमें सप्तमी से नवमी तक एक ही दिन पूजा व भोग अलग-अलग समय पर लगाया जाएगा। 108 दीप जलाए जाएंगे। प्रतिमा का विसर्जन बूढ़ानाथ घाट पर रविवार की शाम में किया जाएगा। पूजा कार्यक्रम में अध्यक्ष डा. सुजाता शर्मा, संरक्षक डा. हेमशंकर शर्मा, डा. शांतनु घोष, परिमल कंशवनिक, रघुनाथ घोष, तापस घोष, अनिता चक्रवर्ती, अंजन भट्टाचार्य, कविता दास आदि सक्रिय हैं।