आरआरआइ : किउल से रेल संपर्क कटा, मुंगेर होकर गई तीन ट्रेनें Bhagalpur News
किऊल में रूट रिले इंटलॉकिंग (आरआरआइ) का असर जंक्शन पर दिखा। लखीसराय किऊल अभयपुर मुजफ्फरपुर और बड़हिया जाने वाले यात्री परेशान हुए।
भागलपुर, जेएनएन। किऊल में गुरुवार से शुरू हुए रूट रिले इंटलॉकिंग (आरआरआइ) का असर जंक्शन पर दिखा। लखीसराय, किऊल, अभयपुर, मुजफ्फरपुर और बड़हिया जाने वाले यात्री परेशान हुए। इन स्टेशनों पर जाने के लिए एक भी ट्रेनें नहीं चली। कुछ ट्रेनें गई भी तो रूट बदलकर। ऐसे में यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हर दस मिनट पर पूछताछ काउंटर पर धमक रहे थे। राहुल को अभयपुर जाना था। उसे ट्रेन रद के बारे में जानकरी नहीं थी। स्टेशन आने पर मालूम चला कि किऊल के लिए दो अप्रैल तक एक भी ट्रेन नहीं चलेगी। ट्रेनें रद होने से स्टेशन पर भीड़ काफी कम दिखी।
विक्रमशिला में बेतहाशा भीड़, रूट बदलकर गई
सीधा पटना जाने के लिए विक्रमशिला और बांका इंटरसिटी मिली। भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी, साहिबगंज इंटरसिटी, जनसेवा एक्सप्रेस के रद रहने से दोनों ट्रेनों की भीड़ विक्रमशिला और बांका इंटरसिटी में उमड़ गई। मुंगेर के रास्ते विक्रमशिला और बांका इंटरसिटी गई। जबकि सूरत एक्सप्रेस मुंगेर-हाजीपुर होकर गई।
दो अप्रैल तक पटना के लिए महज दो ट्रेन
भागलपुर से पटना के लिए हर दिन छह ट्रेनें चलती है। लेकिन, आरआरआइ की वजह से दो अप्रैल तक दो ट्रेनें ही चलेंगी। यात्रियों को सिर्फ विक्रमशिला और बांका इंटरसिटी मिलेगी।
दिन के 11.15 के बाद एक भी ट्रेन नहीं
भागलपुर से पटना के लिए दिन के 11.15 के बाद कोई ट्रेन नहीं मिलेगी। फरक्का एक्सप्रेस, साहिबगंज इंटरसिटी, मालदा इंटरसिटी रद होने से कोई भी ट्रेन नहीं है। दोनों गाडिय़ां सुबह में ही है। यात्रियों को पश्चिम दिशा की ओर जाने के लिए 24 घंटे इंतजार करना होगा।
मालदा के लिए चार नहीं एक ही गाड़ी
भागलपुर से फरक्का, मालदा जाने के लिए सिर्फ मालदा इंटरसिटी ही है। ब्रह्मपुत्र मेल रूट बदलकर चल रही है। वहीं, फरक्का एक्सप्रेस और पटना-मालदा रद है। गुरुवार को मालदा इंटरसिटी में काफी भीड़ रही। जनरल कोच में 106 की जगह 250 से 300 यात्रियों ने सफर किया।
सैकड़ों ने आरक्षण रद कराया, टिकट बिक्री हुई कम
भागलपुर जंक्शन के आरक्षण काउंटर पर सुबह से ही रिजर्वेशन रद कराने के लिए भीड़ लगी रही। अमरनाथ एक्सप्रेस के यात्रियों ने टिकटें रद कराया। वहीं, हर दिन जहां 11 से 12 हजार के बीच जनरल टिकटें कटती थी, वह आंकड़ा गुरुवार को सात हजार के करीब पहुंच गया।