'सैंय्या भए कोतवाल तो डर काहे का' जानें... क्या है पूरा माजरा
सनोखर थानेदार नीरज कुमार सिंह की पत्नी शालिनी सिंह अपनी दबंगई से बाज नहीं आ रहीं हैं। इस बात तो उनकी दबंगई का शिकार डीपीआर हो गया। आरोप है उनकी वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
भागलपुर (जेएनएन)। 'सैंय्या भए कोतवाल तो डर काहे का' यह कहावत सनोखर थानेदार नीरज कुमार सिंह की पत्नी शालिनी सिंह पर चरितार्थ होती है। इस बार थानेदार की पत्नी ने जिला जन संपर्क पदाधिकारी (डीपीआरओ) बिंदुसार मंडल को अपनी धौंस दिखाई। गाड़ी ओवरटेक करने की बात पर शालिनी सिंह के ड्राइवर ने कुछ गुंडों की मदद से जीरोमाइल में डीपीआरओ के सरकारी गाड़ी को निशाना बनाते हुए तोडफ़ोड़ की। इसके बाद डीपीआरओ के ड्राइवर को बुरी तरह मारा पीटा। शालिनी सिंह के इशारे पर यह सब होता रहा। मामले की जानकारी होने पर जीरोमाइल पुलिस मौके पर पहुंच जांच कर रही है।
तिलकामांझी के पास से शुरू हुआ विवाद
डीपीआरओ के मुताबिक वे अपने कार्यालय से सबौर के प्रेमनगर स्थित अपने डेरा जा रहे थे। सिग्नल के पास उनकी गाड़ी एक कार से थोड़ी आगे बढ़ गई। इस बात पर कार सवार एक महिला और उनके ड्राइवर ने उनके ड्राइवर को बुरा भला कहते हुए शीशा उतारने के लिए बोला। तभी सिग्नल का लाइट ग्रिन हो गया और उनका ड्राइवर गाड़ी आगे लेकर बढ़ गया। जब वे मधु गैस एजेंसी के समीप पहुंचे तो कार सवार समेत दो बाइक ने उनके सरकारी गाड़ी का रास्ता रोक लिया। इसके बाद बाइक सवार और कार के ड्राइवर ने उनके ड्राइवर को पकड़ लिया और बुरी तरह मारना पीटना शुरू कर दिया। वहीं गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया।
लोगों के जुटते ही भाग निकले बदमाश
अचानक सड़क पर मारपीट होता देख लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। तभी स्थानीय लोगों ने बताया कि वह सनोखर थानेदार की पत्नी है। उसी के इशारे पर ड्राइवर और उसके गुंडे ड्राइवर को पीटते रहे। वहीं मौके पर पहुंची जीरोमाइल चौकी प्रभारी रंजन कुमार ने जांच की। डीपीआरओ ने मामले की जानकारी तत्काल एसएसपी आशीष भारती को दी। उन्होंने वाहन पर हमला करने वालों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। एसएसपी ने कहा कि मामले की जानकारी डीपीआरओ से मिली है। इस मामले में किसी पक्ष द्वारा प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं दिया गया है। शिकायत मिलते ही उचित कानूनी कार्रवाई होगी।
महिला दारोगा को धौंसाने से चर्चा में आई थी थानेदार की पत्नी
पांच सितंबर को मारवाड़ी पाठशाला के पास बाइक चेकिंग कर रही दारोगा ज्ञान भारती को भी शालिनी सिंह ने एक स्कूटी पकडऩे पर अपनी धौंस दिखाई थी। लेकिन दारोगा ने थानेदार की पत्नी की पैरवी नहीं सुनते हुए स्कूटी को लेकर थाने आ गई थी। इस दौरान उसने कोतवाली थाने में भी काफी ड्रामा किया था। उस समय भी विभाग का समझ उसे बगैर फाइन के ही छोड़ दिया गया था।